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इज़रायल ने ईरान के तीन शीर्ष कमांडरों को किया निशाना: क्या है इसका असर?

इज़रायल ने हाल ही में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को निशाना बनाते हुए एक सटीक हवाई हमले की श्रृंखला चलाई। इस हमले का उद्देश्य ईरान के क्षेत्रीय प्रभाव को कमजोर करना और उसके आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करना था। जानें इन हमलों के पीछे की रणनीति और इसके संभावित परिणामों के बारे में, जिसमें इज़रायल के रक्षा मंत्री का बयान भी शामिल है।
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इज़रायल ने ईरान के तीन शीर्ष कमांडरों को किया निशाना: क्या है इसका असर?

इज़रायल के हवाई हमले

हाल ही में, इज़रायल ने एक सटीक हवाई हमले की श्रृंखला में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के तीन प्रमुख अधिकारियों को निशाना बनाया है। इन हमलों का मुख्य उद्देश्य ईरान के क्षेत्रीय प्रभाव को कमजोर करना और उसके आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करना था.


मारे गए तीन वरिष्ठ अधिकारी

पहला हमला पश्चिमी ईरान में हुआ, जहां कुद्स फोर्स के हथियार आपूर्ति प्रमुख बेहनाम शाहरियारी को उनके वाहन में मार गिराया गया। शाहरियारी लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास और यमन में हौथी विद्रोहियों को हथियार पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। इसके साथ ही, वे आतंकवादी संगठनों को धन पहुंचाने के लिए एक गुप्त नेटवर्क का संचालन भी करते थे.



इसी दिन, क़ोम शहर में दूसरा हमला हुआ, जिसमें सईद इज़ादी की मौत हुई। वह कुद्स फोर्स की फिलिस्तीनी इकाई के प्रमुख थे। इज़रायली खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इज़ादी ने 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल में हुए हमास हमलों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.



तीसरे ऑपरेशन में, अमीन पौर जोदाकी को निशाना बनाया गया, जो IRGC की ड्रोन यूनिट के डिप्टी कमांडर थे। उन्हें इज़रायली हवाई रक्षा प्रणाली ने ईरानी ड्रोन खतरे के जवाब में मार गिराया। इस दौरान, इज़रायली सेना ने अरावा क्षेत्र में दो ड्रोन भी नष्ट किए.


इज़रायल के रक्षा मंत्री का बयान

इन हमलों पर इज़रायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि यह “हमास के पीड़ितों के लिए न्याय” है। विशेषज्ञों का मानना है कि एक ही दिन में तीन वरिष्ठ अधिकारियों की मौत ईरान की सैन्य रणनीति और उसके सहयोगी नेटवर्क पर गहरा प्रभाव डालेगी। हालांकि, तेहरान ने इन हमलों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन विश्लेषकों को आशंका है कि ईरान या उसके प्रॉक्सी समूह निकट भविष्य में जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं.