इज़रायल ने ईरान के तीन शीर्ष कमांडरों को किया निशाना: क्या है इसका असर?

इज़रायल के हवाई हमले
हाल ही में, इज़रायल ने एक सटीक हवाई हमले की श्रृंखला में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के तीन प्रमुख अधिकारियों को निशाना बनाया है। इन हमलों का मुख्य उद्देश्य ईरान के क्षेत्रीय प्रभाव को कमजोर करना और उसके आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करना था.
मारे गए तीन वरिष्ठ अधिकारी
पहला हमला पश्चिमी ईरान में हुआ, जहां कुद्स फोर्स के हथियार आपूर्ति प्रमुख बेहनाम शाहरियारी को उनके वाहन में मार गिराया गया। शाहरियारी लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास और यमन में हौथी विद्रोहियों को हथियार पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। इसके साथ ही, वे आतंकवादी संगठनों को धन पहुंचाने के लिए एक गुप्त नेटवर्क का संचालन भी करते थे.
🔴ELIMINATED: Behnam Shahriyari, commander of the Quds Force’s Weapons Transfer Unit in the IRGC, was eliminated in a precise IDF strike in western Iran.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 21, 2025
Shahriyari was responsible for all weapons transfers from the Iranian regime to its proxies across the Middle East in order… pic.twitter.com/O9nEjuauuW
इसी दिन, क़ोम शहर में दूसरा हमला हुआ, जिसमें सईद इज़ादी की मौत हुई। वह कुद्स फोर्स की फिलिस्तीनी इकाई के प्रमुख थे। इज़रायली खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इज़ादी ने 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल में हुए हमास हमलों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
🔴ELIMINATED: Saeed Izadi, a founder of the Iranian regime’s plan to destroy Israel, was eliminated in a precise IDF strike in the area of Qom.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 21, 2025
Izadi was also the commander of the Palestine Corps of the Quds Force, a key coordinator between the Iranian regime and Hamas, and… pic.twitter.com/ICPna4O4no
तीसरे ऑपरेशन में, अमीन पौर जोदाकी को निशाना बनाया गया, जो IRGC की ड्रोन यूनिट के डिप्टी कमांडर थे। उन्हें इज़रायली हवाई रक्षा प्रणाली ने ईरानी ड्रोन खतरे के जवाब में मार गिराया। इस दौरान, इज़रायली सेना ने अरावा क्षेत्र में दो ड्रोन भी नष्ट किए.
इज़रायल के रक्षा मंत्री का बयान
इन हमलों पर इज़रायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि यह “हमास के पीड़ितों के लिए न्याय” है। विशेषज्ञों का मानना है कि एक ही दिन में तीन वरिष्ठ अधिकारियों की मौत ईरान की सैन्य रणनीति और उसके सहयोगी नेटवर्क पर गहरा प्रभाव डालेगी। हालांकि, तेहरान ने इन हमलों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन विश्लेषकों को आशंका है कि ईरान या उसके प्रॉक्सी समूह निकट भविष्य में जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं.