इशाक डार की अध्यक्षता में UN बैठक: विकासशील देशों की प्राथमिकताएं

इशाक डार की UN बैठक की अध्यक्षता
इशाक डार UN बैठक: पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार 22 जुलाई को न्यूयॉर्क में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय बैठक का संचालन करेंगे। यह बैठक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित होगी, जिसमें वैश्विक शांति, सुरक्षा, विकास और बहुपक्षीय सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की भागीदारी की संभावना भी है।
बैठक का उद्देश्य
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह बैठक आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) के उच्चस्तरीय राजनीतिक मंच के तहत आयोजित की जा रही है, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की समीक्षा की जाएगी। पाकिस्तान को इस मंच की अध्यक्षता सौंपना उसकी अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
विकासशील देशों की चिंताएं
सूत्रों के अनुसार, इशाक डार इस बैठक में विकासशील देशों की चिंताओं को प्रमुखता से उठाएंगे। वे विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों की आर्थिक समस्याओं, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, गरीबी उन्मूलन, और विकास के लिए वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इशाक डार जलवायु वित्त, कर्ज राहत और तकनीकी सहयोग जैसे मुद्दों पर ठोस सुझाव पेश करेंगे। पाकिस्तान पहले से ही इन मुद्दों को संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर उठाता रहा है।
द्विपक्षीय मुलाकातों की संभावना
इस बैठक के दौरान, अन्य देशों के विदेश मंत्रियों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों और वैश्विक नीति निर्धारकों के साथ डार की द्विपक्षीय मुलाकातें होने की संभावना है। इससे पाकिस्तान वैश्विक विकास एजेंडे में अपनी भूमिका को और मजबूत करने का प्रयास करेगा।
सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में प्रयास
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी इस बैठक को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हैं, क्योंकि 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में दुनिया को अभी काफी दूरी तय करनी है। ऐसे में पाकिस्तान जैसे देशों की भागीदारी इन प्रयासों को गति देने में सहायक होगी।
पाकिस्तान की सक्रिय भूमिका
सक्रिय भूमिका का प्रतीक: इशाक डार की यह यात्रा पाकिस्तान की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसकी सक्रिय भूमिका का प्रतीक मानी जा रही है। यह पाकिस्तान को वैश्विक विकास संवादों में केंद्रीय भूमिका दिलाने की दिशा में एक रणनीतिक प्रयास है.