ईरान-इजरायल संघर्ष: खामेनेई ने सेना को दी विशेष शक्तियां, क्या बढ़ेगा युद्ध?

ईरान-इजरायल संघर्ष में नया मोड़
ईरान-इजरायल संघर्ष: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष ने छठे दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) को विशेष शक्तियां सौंपने का निर्णय लिया है। यह कदम तब उठाया गया है जब अमेरिका ने ईरान के खिलाफ कड़े संदेश भेजे हैं।
खामेनेई की सुरक्षा बढ़ी
रिपोर्टों के अनुसार, खामेनेई को उनके परिवार के साथ उत्तर-पूर्वी तेहरान में एक भूमिगत बंकर में स्थानांतरित किया गया है। इस बीच, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि व्हाइट हाउस को खामेनेई के छिपने की जगह का पता है।
सेना को दी गई बागडोर
यह ईरान में सत्ता के विकेन्द्रीकरण का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। खामेनेई ने 1989 से सत्ता में रहते हुए सेना और प्रशासनिक नियुक्तियों पर नियंत्रण बनाए रखा था, लेकिन अब उन्होंने युद्धकालीन रणनीतियों को IRGC को सौंप दिया है।
मिसाइल हमलों का दौर जारी
बुधवार को ईरान और इजरायल ने एक-दूसरे पर मिसाइलें दागीं, जिससे संघर्ष और बढ़ गया है। दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, और यह टकराव अब पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। अब तक ईरान में 224 और इजरायल में 24 लोगों की मौत हो चुकी है।
खामेनेई की स्थिति कमजोर
एक रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई अब अपने करीबी सैन्य सलाहकारों से कटते जा रहे हैं। इजरायली हमलों में कई ईरानी सेना के उच्च पदस्थ अधिकारी मारे गए हैं, जिससे ईरान की रणनीतिक क्षमता को बड़ा झटका लगा है।
इजरायल का बयान
खामेनेई की हत्या से खत्म होगा युद्ध: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ABC News को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "अगर खामेनेई मारे जाते हैं, तो इससे संघर्ष खत्म होगा।" उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि इजरायल इस संघर्ष को खामेनेई के नेतृत्व से जोड़कर देख रहा है।
संघर्ष का अब तक का घटनाक्रम
- शुक्रवार को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था।
- इसके बाद से संघर्ष जारी है।
- अब तक ईरान में 224 और इजरायल में 24 मौतों की पुष्टि हुई है।
- दोनों देश युद्धविराम के किसी भी प्रस्ताव को मानने को तैयार नहीं हैं।