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ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिका की भूमिका: 5वीं नेवी फ्लीट पर खतरा

ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष में अमेरिका की सीधी भागीदारी ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक के आदेश के बाद, ईरान ने पलटवार की चेतावनी दी है। इस बीच, खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डों, विशेषकर बहरीन में स्थित 5वीं नेवी फ्लीट, पर खतरा मंडरा रहा है। जानें इस फ्लीट का महत्व, इसकी ताकत और भविष्य की संभावित रणनीतियों के बारे में।
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ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिका की भूमिका: 5वीं नेवी फ्लीट पर खतरा

अमेरिका की सीधी एंट्री से बढ़ी तनाव की स्थिति

ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका की सीधी भागीदारी ने हालात को और गंभीर बना दिया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों, फार्दो, नतांज और इस्फहान पर एयरस्ट्राइक का आदेश दिया। इसके जवाब में, ईरान ने चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका पीछे नहीं हटा, तो उसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा।


खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर खतरा

ईरानी धमकी के बाद, खाड़ी क्षेत्र में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। विशेष रूप से बहरीन में स्थित अमेरिकी नौसेना की 5वीं फ्लीट का बेस, जो इस क्षेत्र में अमेरिका की सामरिक शक्ति का केंद्र है, अब ईरानी मिसाइलों के संभावित निशाने पर है।


अमेरिका की 5वीं नेवी फ्लीट का परिचय

बहरीन की राजधानी मनामा में स्थित Naval Support Activity (NSA) Bahrain, अमेरिकी नौसेना की 5वीं फ्लीट का मुख्यालय है। यह फ्लीट पर्शियन गल्फ, रेड सी, अरब सागर और हिंद महासागर के क्षेत्रों में अमेरिकी नौसेना की गतिविधियों की निगरानी करती है। यहां से मिडिल ईस्ट में अमेरिकी नौसेनिक मिशनों, टैंकर सुरक्षा, एंटी-पायरेसी ऑपरेशन्स और आपातकालीन प्रतिक्रियाओं का संचालन किया जाता है।


ईरान के निशाने पर अमेरिकी अड्डे

ईरानी मीडिया ने 19 अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही है, जिनमें इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, यूएई और बहरीन में स्थित 5वीं फ्लीट बेस शामिल हैं। यह केंद्र न केवल अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि खाड़ी देशों में उसकी सैन्य उपस्थिति का प्रतीक भी है।


5वीं फ्लीट का क्षेत्रीय दायरा

यह फ्लीट विश्व के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों, जैसे स्ट्रेट ऑफ होरमुज़ और बाब अल-मंडब की निगरानी करती है। ये मार्ग वैश्विक तेल व्यापार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इस फ्लीट की सुरक्षा में कोई कमी वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित कर सकती है।


5वीं फ्लीट का ऐतिहासिक महत्व

अमेरिकी नौसेना की 5वीं फ्लीट की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 26 अप्रैल 1944 को हुई थी। इसने कई महत्वपूर्ण लड़ाइयों में भाग लिया, लेकिन 1947 में इसे निष्क्रिय कर दिया गया। खाड़ी युद्ध के बाद, इसे 1995 में फिर से सक्रिय किया गया।


फ्लीट की ताकत और संरचना

वर्तमान में, इस फ्लीट में लगभग 15,000 नौसेना कर्मी समुद्र में तैनात हैं और 1,000 से अधिक स्टाफ NSA Bahrain में कार्यरत हैं। इसमें कैरियर स्ट्राइक ग्रुप्स (CSG), अम्फीबियस रेडी ग्रुप्स (ARG), पनडुब्बियां, विध्वंसक युद्धपोत, पैट्रोलिंग वेसल्स और लॉजिस्टिक्स शिप्स शामिल हैं।


भविष्य की रणनीति

यदि ईरान अपने वादे के अनुसार इन अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाता है, तो मिडिल ईस्ट में पूर्ण युद्ध की संभावना बढ़ सकती है। यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा होगा, बल्कि वैश्विक बाजार, ऊर्जा कीमतों और कूटनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है।