ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिका की भूमिका: स्थिति और संभावनाएं

Operation Midnight Thunder
Operation Midnight Thunder : अमेरिका के ईरान-इजरायल युद्ध में शामिल होने के बाद से मध्य पूर्व में स्थिति और भी गंभीर हो गई है। ईरान ने अपने परमाणु स्थलों पर हमलों के बाद एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। ईरान की संसद ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होर्मूज जलडमरूमध्य को बंद करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
तेल की कीमतों में वृद्धि
इस निर्णय के परिणामस्वरूप अन्य देशों में तेल की कीमतों में वृद्धि होना तय है। वहीं, अमेरिका के रुख को देखते हुए ऐसा लगता नहीं है कि वह पीछे हटने का इरादा रखता है।
ट्रंप का संदेश
रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिया गया संदेश न केवल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के लिए एक सीधा संकेत था, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए भी एक चेतावनी थी कि अमेरिका अब ईरान में सत्ता परिवर्तन की दिशा में बढ़ सकता है।
‘Make Iran Great Again’
डोनाल्ड ट्रंप की एक पोस्ट ने खामेनेई को चिंतित कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यदि वर्तमान ईरानी सरकार ईरान को फिर से महान नहीं बना सकती, तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? MIGA!!! (Make Iran Great Again)
अमेरिका की सैन्य कार्रवाई
हालांकि, ट्रंप के इस पोस्ट पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा था कि अमेरिका की सैन्य कार्रवाई का उद्देश्य सत्ता परिवर्तन नहीं है, जो ट्रंप के हालिया पोस्ट के विपरीत है।
ईरान की चेतावनी
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि परमाणु स्थलों पर हमले के कारण वाशिंगटन ने 'लाल रेखा' पार कर ली है और अब किसी भी जवाबदेही का भार केवल अमेरिका पर होगा। रूस, चीन और तुर्की ने भी अमेरिकी कार्रवाई की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।
अमेरिका की सैन्य योजना
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि इस समय कोई अन्य सैन्य कार्रवाई की योजना नहीं है, जब तक ईरान कोई नई उकसाने वाली कार्रवाई न करे।