ईरान-इज़राइल संघर्ष: भारत ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाए कदम

भारत की सुरक्षा रणनीति
ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते सैन्य टकराव ने वैश्विक चिंता को जन्म दिया है। इस संदर्भ में, भारत सरकार ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि भारत ईरान और इज़राइल में रह रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थिति पर ध्यान दे रहा है.
दूतावास की सक्रियता
बयान में बताया गया कि तेहरान में भारतीय दूतावास लगातार सुरक्षा हालात की निगरानी कर रहा है और विशेष रूप से ईरान में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के संपर्क में है। दूतावास ने कई छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है और संकट के समय में राहत के अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है.
समुदाय से संवाद
भारतीय दूतावास ने ईरान में भारतीय समुदाय के नेताओं के साथ संवाद स्थापित किया है ताकि नागरिकों की स्थिति का व्यापक आकलन किया जा सके और आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। दूतावास ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों और विशेष टेलीग्राम समूह के माध्यम से नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.
हेल्पलाइन और सहायता
इज़राइल और ईरान में भारतीय मिशनों ने विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। इज़राइल में भारतीय दूतावास स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में है और घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है.
संघर्ष की स्थिति
इज़राइल के 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर लगातार हवाई हमले किए जा रहे हैं। ईरान ने भी 270 से अधिक मिसाइलें दागी हैं। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, इस संघर्ष में ईरान में कम से कम 406 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि इज़राइल में 14 लोग मारे गए हैं। ईरान में मेट्रो स्टेशन और मस्जिदों को बम शेल्टर के रूप में उपयोग किया जा रहा है.
भारत की अपील
भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह समय-समय पर स्थिति के अनुसार सलाह जारी करती रहेगी। ईरान और इज़राइल में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे सतर्क रहें, दूतावास से जुड़े रहें और आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करें.