ईरान और इजराइल के बीच बढ़ता तनाव: क्या परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहा है संघर्ष?

ईरान का नया हमला
ईरान ने पिछले 48 घंटों में इजराइल पर एक और बड़ा हमला किया है, जिसमें केवल सैन्य ठिकाने ही नहीं, बल्कि नागरिक क्षेत्रों को भी निशाना बनाया गया। आधी रात के समय 200 से अधिक मिसाइलें और 100 ड्रोन दागे गए, जिससे कई शहरों में सायरन बजते रहे और लोग बंकरों में छिपने को मजबूर हो गए। सुबह होते ही इजराइल में तबाही की तस्वीरें सामने आईं।
डिमोना न्यूक्लियर सेंटर पर नजर
ईरान ने इजराइल के डिमोना न्यूक्लियर सेंटर को अगला लक्ष्य बनाने की घोषणा की है। यह केंद्र इजराइल की परमाणु क्षमता का मुख्य स्थान है, जिसे 1962 में चालू किया गया था। यह एक छह मंजिला अंडरग्राउंड कॉम्प्लेक्स है, जिसकी सुरक्षा मोसाद और एयर डिफेंस सिस्टम 'थाड' और 'आयरन डोम' द्वारा की जाती है।
इजराइल का जवाब और चेतावनी
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने ईरान को चेतावनी दी है कि वे उसे पूरी तरह से नष्ट कर देंगे। उन्होंने कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों, मिसाइलों और लड़ाकों को तबाह किया जाएगा। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमले के स्थल का दौरा कर स्थिति का आकलन किया और स्पष्ट किया कि ईरान का अस्तित्व मिटाना आवश्यक है।
ईरान की मिसाइल क्षमता
ईरान के पास 10,000 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जिनमें से सेजिल, खैबर, कद्र, इमाद और फतह जैसी मिसाइलें 2000 किलोमीटर तक वार कर सकती हैं। इसके अलावा, शाहेद ड्रोन और सबमरीन लॉन्च क्षमताएं भी मौजूद हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ईरान के पास एक लाख से अधिक युद्ध के लिए तैयार सैनिक भी हैं।
खामेनेई का आदेश
ईरानी नेता खामेनेई ने इस बार अपनी फोर्स को फ्री हैंड दे दिया है। पिछले दो रातों में हमले जारी रहे, जिसमें रेहोवोट, हाइफा, बेतयाम और इलात जैसे शहर प्रभावित हुए। ईरान ने जॉर्डन के एयरस्पेस से मिसाइलें भेजी हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय विवाद उत्पन्न हो सकता है।
रूस से मिले डिफेंस सिस्टम का प्रभाव
हालांकि इजराइल के ड्रोन हमले भी ईरान पर हो रहे हैं, लेकिन तेहरान के पास रूस से प्राप्त एस-400 सिस्टम है, जिसने कई हमलों को रोकने में मदद की है। इससे ईरान की सुरक्षा में मजबूती आई है और वह अब परमाणु हथियारों से जवाबी हमले की धमकी दे रहा है।
परमाणु युद्ध की संभावना
इजराइल और ईरान के बीच का यह संघर्ष अब परमाणु युद्ध की ओर बढ़ता दिख रहा है। डिमोना को निशाना बनाने के बाद, युद्ध का अगला चरण अत्यंत खतरनाक हो सकता है। पूरी दुनिया की नजरें इस टकराव पर हैं, जो कभी भी परमाणु विस्फोट में बदल सकता है।