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ईरान की फतेह मिसाइल: इजराइल पर बढ़ता खतरा

ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष में ईरान ने फतेह मिसाइल का उपयोग किया है, जिससे इजराइल के एयर डिफेंस को चुनौती दी गई है। इस मिसाइल की रेंज 1400 किमी है और यह हाइपरसोनिक तकनीक पर आधारित है। इजराइल ने एक प्रमुख ईरानी जनरल को मारने का दावा किया है, जबकि अमेरिका ने ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की है। जानें इस स्थिति का विस्तार से।
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ईरान की फतेह मिसाइल: इजराइल पर बढ़ता खतरा

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ती जंग

ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। हाल ही में, ईरान ने इजराइल में तबाही मचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बुधवार को, ईरान ने अपनी फतेह मिसाइल का प्रदर्शन किया, जिसकी पुष्टि इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने की। IRGC ने बताया कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के तहत फतेह हाइपरसोनिक मिसाइलों का उपयोग किया गया। इसने इजराइल के एयर डिफेंस को सफलतापूर्वक भेद दिया और उसके सहयोगियों को एक स्पष्ट संदेश दिया। आइए जानते हैं कि फतेह मिसाइल कितनी खतरनाक है।


फतेह मिसाइल की विशेषताएँ

फतेह का अर्थ 'खेलने वाला' है। इस मिसाइल की रेंज 1400 किमी है और इसे 2023 में ईरान की सेना में शामिल किया गया था। इससे पहले, केवल तीन देश - चीन, भारत और रूस - हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने में सक्षम थे। जब ईरान ने इसे अपनी सेना में शामिल किया, तो IRGC के पूर्व एयरोस्पेस कमांडर ब्रिगेडियर जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।


न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार, ईरान ने 1 अक्टूबर, 2024 को इजराइल पर हमले में इस मिसाइल का उपयोग किया था। यह एक हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसका वजन 350 से 450 किलोग्राम के बीच है। इसकी लंबाई 12 मीटर है और यह 200 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकती है।


इजराइल की प्रतिक्रिया

इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष तेज हो रहा है। इजराइल ने दावा किया है कि उसने एक प्रमुख ईरानी जनरल को मार गिराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने तेहरान के नागरिकों को शहर छोड़ने की चेतावनी दी और ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की। उन्होंने कहा कि वे युद्ध विराम की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, बल्कि ईरान का 'पूर्ण आत्मसमर्पण' देखना चाहते हैं।


इस बीच, इजराइल ने एक और ईरानी सैन्य अधिकारी जनरल अली शादमानी को मारने का दावा किया है। इससे पहले, एक वरिष्ठ जनरल गुलाम अली राशिद भी इजराइली हमले में मारे जा चुके हैं।