ईरान के गायब यूरेनियम से बढ़ी वैश्विक सुरक्षा की चिंता

ईरान-इजरायल तनाव जारी
हालांकि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध रुक गया है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है। ईरान के फोर्डो परमाणु केंद्र से 400 किलोग्राम उच्च संवर्धित यूरेनियम के गायब होने की खबर ने अमेरिका और इजरायल की चिंताओं को बढ़ा दिया है। यह मात्रा इतनी है कि इससे 10 परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं, जिससे वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं। अमेरिका और इजरायल ने ईरान से इस यूरेनियम को तुरंत सौंपने की मांग की है.
इजरायल का बयान
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि उनका हमला ईरान के परमाणु केंद्रों के आसपास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए था, न कि परमाणु सामग्री को खत्म करने के लिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका और इजरायल ने मिलकर ईरान से यह मांग की है कि वह अपने 400 किलोग्राम उच्च संवर्धित यूरेनियम को उनके हवाले करे। काट्ज ने चेतावनी दी कि इस सामग्री का दुरुपयोग वैश्विक शांति के लिए खतरा बन सकता है.
यूरेनियम का रहस्य
सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी हमलों से पहले फोर्डो परमाणु सुविधा के बाहर 16 ट्रकों का एक काफिला देखा गया था, जो बाद में गायब हो गया। इससे संदेह बढ़ गया है कि ईरान ने हमलों से पहले ही यूरेनियम को किसी गुप्त स्थान पर स्थानांतरित कर दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम इस्फहान या किसी अन्य अज्ञात भूमिगत सुविधा में छिपाया गया हो सकता है.
इजरायल की जानकारी
कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि ईरान और उत्तर कोरिया के बीच गठजोड़ इस यूरेनियम के गायब होने में भूमिका निभा सकता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने आशंका जताई है कि यह यूरेनियम उत्तर कोरिया पहुंच सकता है। वहीं, ईरान के लापता लगभग 400 किलोग्राम यूरेनियम के बारे में अटकलों के बीच एक रिपोर्ट का दावा है कि इजरायल "ठीक ठीक" जानता है कि यूरेनियम कहां है.