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ईरान के नेता का ट्रंप को सीधा खतरा, सुरक्षा पर उठे सवाल

ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक गंभीर धमकी दी है, जिसमें कहा गया है कि वह अपने फ्लोरिडा स्थित घर में भी सुरक्षित नहीं हैं। इस बयान के साथ एक ऑनलाइन अभियान भी चल रहा है, जो खामेनेई के विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए धन जुटा रहा है। अमेरिका में ट्रंप की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं, खासकर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हालिया हमले के बाद। जानें इस तनावपूर्ण स्थिति के बारे में और क्या कहा गया है।
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ईरान के नेता का ट्रंप को सीधा खतरा, सुरक्षा पर उठे सवाल

ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव

वाशिंगटन: अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार जवाद लारीजानी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप अब अपने फ्लोरिडा स्थित निवास, मार-ए-लागो में भी सुरक्षित नहीं हैं।


लारीजानी की धमकी

ईरानी टेलीविजन पर दिए गए बयान में, लारीजानी ने कहा, "ट्रंप ने जो किया है, उसके बाद वह मार-ए-लागो में आराम से धूप भी नहीं ले सकते। जब वह पेट के बल लेटे होंगे, तब एक ड्रोन उनकी नाभि पर गिर सकता है।" यह बयान जनवरी 2020 में अमेरिकी हमले में मारे गए ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत से संबंधित है, जिसके लिए ईरान ट्रंप को जिम्मेदार मानता है।


ऑनलाइन अभियान 'ब्लड पैक्ट'

इस धमकी के साथ, 'ब्लड पैक्ट' नामक एक ऑनलाइन अभियान भी चर्चा में है, जो खामेनेई के विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए धन जुटा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से 8 जुलाई तक 2.7 करोड़ डॉलर से अधिक की राशि इकट्ठा की जा चुकी है। वेबसाइट पर यह वादा किया गया है कि जो भी खामेनेई की सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा, उसे "न्याय" के दायरे में लाने पर इनाम दिया जाएगा।


अमेरिकी एजेंसियों की सतर्कता

ईरान की सरकारी मीडिया, जैसे कि फार्स न्यूज एजेंसी, ने भी इस अभियान का समर्थन किया है। दूसरी ओर, अमेरिकी एजेंसियां ट्रंप के खिलाफ किसी भी संभावित हमले के लिए पहले से ही सतर्क हैं। हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद तनाव और बढ़ गया है। ट्रंप का कहना है कि ईरान बातचीत चाहता है, जबकि ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान परिस्थितियों में वार्ता की कोई संभावना नहीं है।