ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की पहली सार्वजनिक उपस्थिति युद्ध के बाद
खामेनेई की महत्वपूर्ण उपस्थिति
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को ईरान-इज़राइल संघर्ष के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने आशूरा के अवसर पर आयोजित शोक समारोह में भाग लिया। ईरान के सरकारी टेलीविज़न ने इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया, जिसमें खामेनेई को पारंपरिक काले वस्त्र में देखा गया। उनके स्वागत में उपस्थित भीड़ ने "लब्बैक या हुसैन" के नारों से हॉल को गूंजायमान कर दिया।खामेनेई की यह उपस्थिति महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह पहली बार है जब 13 जून को ईरान-इज़राइल संघर्ष शुरू होने के बाद से वे सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं। इससे पहले, उन्होंने केवल पूर्व-रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश जारी किए थे।
उनकी अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े किए थे, जिससे उनके स्वास्थ्य और नेतृत्व पर अटकलें लगाई जा रही थीं। विपक्षी नेताओं और अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने अनुमान लगाया था कि खामेनेई युद्ध के दौरान किसी सुरक्षित स्थान पर, संभवतः बंकर में, छिपे हुए हैं। हालांकि, ईरानी अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से उन्हें कुछ समय के लिए सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रखा गया था।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, खामेनेई की यह सार्वजनिक उपस्थिति केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश भी है। इसके माध्यम से ईरान यह दिखाना चाहता है कि युद्ध की स्थिति में भी देश का नेतृत्व सक्रिय और स्थिर है। इस उपस्थिति ने खामेनेई के स्वास्थ्य के बारे में संदेह को समाप्त कर दिया है और यह संदेश भी दिया है कि ईरान में नेतृत्व अभी भी मजबूत है।