ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने उत्तराधिकारियों का चयन किया

अयातुल्ला अली खामेनेई का उत्तराधिकारियों का चयन
अयातुल्ला अली खामेनेई: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल के साथ चल रहे संघर्ष और संभावित हत्या के खतरे के बीच अपने संभावित उत्तराधिकारियों का चयन किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की 21 जून 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, 86 वर्षीय खामेनेई ने तीन प्रमुख मौलवियों को अपने उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया है, ताकि उनकी मृत्यु या हत्या की स्थिति में देश में सत्ता का संकट उत्पन्न न हो। यह निर्णय उन्होंने एक सुरक्षित बंकर से लिया, जहां वह इजराइली हमलों से बचने के लिए छिपे हुए हैं।
नए सैन्य कमांडरों की नियुक्ति
खामेनेई ने अपनी सैन्य कमान के लिए भी कई नए कमांडरों की नियुक्ति की है, क्योंकि इजराइल ने हाल के हमलों में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया है। इजराइल की बमबारी ने ईरान के सैन्य ठिकानों, परमाणु सुविधाओं और हवाई रक्षा प्रणालियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। खामेनेई ने इलेक्ट्रॉनिक संचार को बंद कर दिया है और अपने विश्वसनीय सहयोगियों के माध्यम से ही कमांडरों से संवाद कर रहे हैं, ताकि उनकी लोकेशन का पता न लगाया जा सके।
उत्तराधिकारी चयन की प्रक्रिया
रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने विशेषज्ञों की सभा (असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स) को निर्देश दिया है कि उनकी अनुपस्थिति में जल्द से जल्द इन तीन मौलवियों में से किसी एक को नया सर्वोच्च नेता चुन लिया जाए। दिलचस्प बात यह है कि उनके बेटे मोजतबा खामेनेई का नाम इस सूची में शामिल नहीं है, जबकि पहले माना जा रहा था कि वह उनके उत्तराधिकारी हो सकते हैं। मोजतबा को लेकर यह विवाद था कि उनका चयन राजशाही जैसी व्यवस्था की आलोचना को जन्म दे सकता है।
युद्ध में एकजुटता की अपील
ईरान-इजराइल युद्ध ने खामेनेई के 35 साल के शासन को सबसे कठिन दौर में ला दिया है। इजराइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ढांचे को कमजोर करने के लिए कई हमले किए, जिसमें जनरल होसैन सलामी और अली शमखानी जैसे बड़े अधिकारी मारे गए। खामेनेई ने देशवासियों से युद्ध में एकजुट रहने की अपील की है, लेकिन वह स्वयं सत्ता की स्थिरता को लेकर चिंतित हैं। यह कदम उनके शासन को बचाने और देश में अस्थिरता रोकने की कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है।