ईरान ने ट्रम्प की खामेनेई पर टिप्पणी की निंदा की
ईरान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्रम्प को चेतावनी दी है कि यदि वे किसी समझौते की इच्छा रखते हैं, तो उन्हें अपने लहजे में बदलाव लाना होगा। ईरान ने हाल ही में इजरायल के साथ युद्ध और अमेरिकी हमलों के बाद परमाणु वार्ता की संभावना को भी खारिज किया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और ईरान की स्थिति।
Jun 28, 2025, 12:33 IST
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ईरान का कड़ा जवाब
ईरान ने शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर की गई टिप्पणी की कड़ी आलोचना की। यह टिप्पणी ट्रम्प के विजय भाषण के एक दिन बाद आई थी। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्रम्प को चेतावनी दी कि यदि वे सर्वोच्च नेता के साथ किसी समझौते की इच्छा रखते हैं, तो उन्हें अपने बोलने के तरीके में बदलाव लाना होगा। अराघची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यदि ट्रम्प वास्तव में किसी समझौते पर पहुंचना चाहते हैं, तो उन्हें खामेनेई के प्रति अपने अपमानजनक और अस्वीकार्य लहजे को छोड़ देना चाहिए और उनके लाखों ईमानदार समर्थकों को चोट पहुंचाना बंद करना चाहिए।
इजरायल के खिलाफ ईरान की स्थिति
उन्होंने आगे कहा कि इजरायली शासन के पास हमारी मिसाइलों से बचने के लिए अमेरिका के पास भागने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। अराघची ने यह भी कहा कि ईरान के लोग अपनी स्वतंत्रता को महत्व देते हैं और देश "धमकियों और अपमानों" को सहन नहीं करेगा। खामेनेई की टिप्पणी ट्रम्प की उस बात के संदर्भ में आई, जिसमें उन्होंने संघर्ष विराम समझौते के बाद अपने पहले भाषण में कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है।
परमाणु वार्ता की संभावना
हाल ही में इजरायल के साथ युद्ध और अमेरिकी हमलों के बाद, ईरान ने कहा है कि निकट भविष्य में अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता की संभावना नहीं है। अराघची ने सरकारी टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका द्वारा ईरान के तीन महत्वपूर्ण ठिकानों पर किए गए हमलों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि इन हमलों से गंभीर नुकसान हुआ है, लेकिन वार्ता की संभावना को पूरी तरह से खारिज नहीं किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी स्तर पर कोई चर्चा नहीं हुई है और न ही कोई समय निर्धारित किया गया है।
हमलों का प्रभाव
अमेरिका ने बंकर बस्टर बमों से ईरान के तीन प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया था, जिनमें फोर्दो न्यूक्लियर साइट भी शामिल थी। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने कहा कि इन हमलों से गंभीर क्षति हुई है।