Newzfatafatlogo

ईरान ने मेट्रो स्टेशनों को बम शेल्टर में बदलने का निर्णय लिया

ईरान ने अपने प्रमुख शहरों में मेट्रो स्टेशनों और पार्किंग स्थलों को बम शेल्टर के रूप में उपयोग करने का निर्णय लिया है। यह कदम इज़रायल के साथ बढ़ते तनाव और नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि यह पहल नागरिकों के लिए सुरक्षित आश्रय प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसके साथ ही, ईरान की सैन्य तैयारियों को भी मजबूत किया जा रहा है। इस निर्णय के वैश्विक स्तर पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिससे क्षेत्रीय युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
 | 
ईरान ने मेट्रो स्टेशनों को बम शेल्टर में बदलने का निर्णय लिया

ईरान का अभूतपूर्व कदम

ईरान ने क्षेत्रीय तनाव और संभावित युद्ध की स्थिति को देखते हुए एक अनोखा निर्णय लिया है। देश ने अपनी राजधानी तेहरान समेत अन्य प्रमुख शहरों में भूमिगत मेट्रो स्टेशनों और पार्किंग स्थलों को बम शेल्टर के रूप में उपयोग करने के लिए आधिकारिक रूप से खोल दिया है। यह कदम इज़रायल और पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते संघर्ष के बीच नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की रणनीति का हिस्सा है। 


नागरिक सुरक्षा का ध्यान

नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता
ईरानी अधिकारियों ने इस पहल को नागरिकों के लिए सुरक्षित आश्रय प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण उपाय बताया है। हाल के महीनों में इज़रायल द्वारा ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों ने युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया है। ऐसे में, भूमिगत ढांचे जैसे मेट्रो स्टेशन और पार्किंग लॉट, जो पहले से ही मजबूत और गहरे बने हुए हैं, हवाई हमलों से बचाव के लिए आदर्श माने जा रहे हैं। ईरानी सरकार ने कहा, “हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।”


सैन्य तैयारियों के साथ रणनीतिक कदम

सैन्य तैयारियों के साथ रणनीतिक कदम
यह निर्णय ईरान की सैन्य तैयारियों का भी हिस्सा है, जिसमें भूमिगत मिसाइल भंडारण सुविधाओं का विकास और ड्रोन निर्माण शामिल है। इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने हाल ही में एक भूमिगत मिसाइल बेस का दौरा किया था, जिसे युद्ध के समय उपयोग के लिए तैयार किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम ईरान की रक्षा रणनीति को और मजबूत करता है। 


वैश्विक चिंता और भविष्य

वैश्विक चिंता और भविष्य
ईरान का यह कदम मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस पर चिंता जताई है, क्योंकि यह क्षेत्रीय युद्ध की ओर बढ़ता प्रतीत हो रहा है।