ईरान पर अमेरिका के हमले: क्या है भविष्य की संभावनाएं?
हाल ही में अमेरिका ने ईरान पर हमले किए हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। डोनाल्ड ट्रंप की रणनीतियों और इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की भूमिका पर चर्चा की जा रही है। क्या ईरान अपनी न्यूक्लियर महत्वाकांक्षाओं को छोड़ देगा? जानिए इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या संभावनाएं हैं।
Jun 23, 2025, 19:23 IST
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अमेरिका का ईरान पर हमला
हाल ही में अमेरिका ने ईरान पर तेज़ी से हमले किए हैं। डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीद है कि ईरान प्रतिशोध नहीं करेगा और न ही अपने न्यूक्लियर कार्यक्रम को जारी रखेगा। लेकिन यह स्थिति इतनी सरल नहीं है। ईरान के पास कई सहयोगी देश हैं जो उसे समर्थन दे रहे हैं, और ईरान ने अमेरिका को भी चेतावनी दी है। यह स्पष्ट है कि ईरान शांत नहीं बैठेगा, लेकिन यह युद्ध किस दिशा में जाएगा, इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
अमेरिका का युद्ध में सीधा हस्तक्षेप
22 साल बाद अमेरिका ने सीधे युद्ध में कदम रखा
इजराइल-ईरान संघर्ष के 10वें दिन अमेरिका ने सीधे लड़ाई में भाग लिया। 22 जून को, अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु स्थलों, फोर्डो, इस्फहान और नतांज पर बमबारी की। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हमने ईरान की महत्वपूर्ण परमाणु साइटों को नष्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया की कोई अन्य सेना ऐसा नहीं कर सकती। ईरान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके परमाणु कार्यक्रम को मामूली नुकसान हुआ है और 11 लोग घायल हुए हैं।
नेतन्याहू का व्हाइट हाउस दौरा
नेतन्याहू ने ट्रंप को समझाने की कोशिश की
इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्रंप को अपने पक्ष में लाने के लिए कई रणनीतिक कदम उठाए। उन्होंने ट्रंप को याद दिलाया कि ईरान ने उनकी हत्या की साजिश रची थी और एक विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है। नेतन्याहू ने ट्रंप से कहा कि इस पर ध्यान देना आवश्यक है।
ट्रंप की रणनीति में बदलाव
ट्रंप ने स्टीव विटकॉफ को जिम्मेदारी दी
ट्रंप ने ईरान पर इजरायली हमले को मंजूरी देने में हिचकिचाहट दिखाई। उन्होंने पहले कूटनीति का प्रयास करने का निर्णय लिया। अंततः, उन्होंने अपने पुराने मित्र स्टीव विटकॉफ को समझौते के लिए चुना। नेतन्याहू ने ट्रंप को यह देखने का समय दिया कि क्या कोई समझौता संभव है।
इजराइल की तैयारी
इजराइल ने हमले की योजना बनाई
कुछ हफ्ते पहले, ट्रंप ने नेतन्याहू को सैन्य कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी दी थी। फिर भी, इजराइल ने ईरान की परमाणु क्षमताओं पर हमले की योजना बनाई। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने रिपोर्ट दी कि ईरान अपने परमाणु सामग्री के विकास की जानकारी छुपा रहा है। इसके बाद इजराइल ने ट्रंप के साथ खुफिया जानकारी साझा की।
ट्रंप का निर्णय
ट्रंप को मनाने में समय लगा
ईरान के परमाणु स्थलों पर हमले के लिए ट्रंप को मनाने में नेतन्याहू और सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर को एक सप्ताह लगा। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हमला करने का निर्णय लिया है। शुरू में, उन्होंने केवल फोर्डो पर बमबारी की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में अन्य स्थलों को भी निशाना बनाने के लिए सहमत हुए।