ईरान पर अमेरिकी हवाई हमले की सच्चाई: फोर्दो न्यूक्लियर प्लांट पर बमबारी की तस्वीरें आईं सामने

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव
US airstrike on Iran: ईरान और इजरायल के बीच तनाव में वृद्धि के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर हवाई हमले की पुष्टि की है। इस हमले के बाद, सैटेलाइट चित्रों ने फोर्दो न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हुए हमले की तस्वीरें भी जारी की हैं। यह हमला बेहद गुप्त और सटीक बताया जा रहा है, जिसे अमेरिकी सेना ने अंजाम दिया।
सैटेलाइट से मिली जानकारी
यूरोपीय सैटेलाइट Meteosat-9 ने 22:30 UTC पर फोर्दो संयंत्र के निकट एक तेज चमक का पता लगाया, जिसे उच्च तापमान वाले विस्फोट का संकेत माना जा रहा है। यह घटना ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर एक गंभीर हमला मानी जा रही है।
Faytuks Network: At 22:30 UTC, Meteosat-9 detected a flash over the Fordow enrichment plant. The event registered at 3.90 micrometers and was visible on nighttime microphysics scans. The location aligns with the salt plain east of Fordow. pic.twitter.com/Uk8hg6VBuI
— Faytuks Network (@FaytuksNetwork) June 22, 2025
बमबारी की चमक का विश्लेषण
सैटेलाइट से दिखी बमबारी की चमक
Meteosat-9 द्वारा रात के समय की माइक्रोफिज़िक्स स्कैन में 3.90 माइक्रोमीटर की वेवलेंथ पर दर्ज की गई इस चमक को सैन्य हमले से जोड़ा जा रहा है। Faytuks Network द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, यह फ्लैश फोर्दो एनरिचमेंट प्लांट के ऊपर देखा गया, जो ईरान के सबसे सुरक्षित परमाणु ठिकानों में से एक है।
यह ठिकाना कोम शहर के पास एक पहाड़ी के अंदर गहराई में स्थित है और ईरान के यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
NASA की रिपोर्ट
NASA ने भी दर्ज की ऊष्मा घटना
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, NASA की फायर इंफॉर्मेशन सिस्टम ने भी फोर्दो संयंत्र के पास एक महत्वपूर्ण ऊष्मा-सृजनशील घटना को दर्ज किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि "यह गतिविधि उस समय दर्ज हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमलों की घोषणा करने से लगभग 30 मिनट पहले ही बमबारी करवाई थी।"