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ईरान पर इजरायल के हमले के बाद वैश्विक प्रतिक्रियाएँ

ईरान पर इजरायल के हालिया हवाई हमले ने वैश्विक स्तर पर प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है। इस हमले में कई ईरानी सैन्य कमांडर और वैज्ञानिक मारे गए हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री ने इसे सफल बताया है, जबकि विभिन्न देशों ने अलग-अलग रुख अपनाया है। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने इजरायल का समर्थन किया है, जबकि रूस और चीन ने ईरान का। जॉर्डन ने ईरानी ड्रोन को मार गिराने में मदद की है। जानें इस संघर्ष के पीछे की पूरी कहानी और वैश्विक प्रतिक्रियाएँ।
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ईरान पर इजरायल का हवाई हमला

ईरान पर इजरायल के हमले की चर्चा विश्व स्तर पर हो रही है। इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' के तहत शुक्रवार को ईरान के परमाणु स्थलों, मिसाइलों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इस हमले में कई ईरानी सैन्य कमांडर और वैज्ञानिकों की मौत हुई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हमने एक सफल प्रारंभिक हमला किया है। ईश्वर की कृपा से हम और भी मील के पत्थर हासिल करेंगे।"


इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की स्थिति में कई देशों की प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ देशों ने इजरायल का समर्थन किया है, जबकि अन्य ने ईरान का पक्ष लिया है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इजरायल के समर्थन में हैं। वहीं, रूस, चीन, मिस्र, तुर्की, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, इराक, ओमान, सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, लेबनान, हौथी, हमास और अफगानिस्तान ने ईरान का समर्थन किया है।


संघर्ष को कम करने की अपील करने वाले देशों में संयुक्त राष्ट्र, भारत, जापान, आयरलैंड, अफ्रीकी संघ, यूरोपीय संघ और इटली शामिल हैं।


जॉर्डन ने ईरानी ड्रोन को मार गिराया है। इजरायल के परमाणु स्थलों पर हमले के बाद तनाव बढ़ गया है। ईरान ने इजरायल पर ड्रोन हमलों से जवाबी कार्रवाई की, लेकिन इजरायल और जॉर्डन की सेनाओं ने सभी ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। इजराइली सेना को ईरानी ड्रोन को नाकाम करने में जॉर्डन से विशेष सहायता मिल रही है।