उज्जैन में अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी

उज्जैन में अवैध निर्माणों का ध्वस्तीकरण
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने का कार्य लगातार जारी है। हाल ही में महाकालेश्वर मंदिर के निकट स्थित अवैध निर्माणों को हटाया गया।
सूत्रों के अनुसार, श्री महाकाल मंदिर के 500 मीटर के दायरे में बेगमबाग कॉलोनी में नियमों के खिलाफ किए गए निर्माण कार्यों पर कार्रवाई की जा रही है। इस कार्य में उज्जैन विकास प्राधिकरण, नगर निगम और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम शामिल है।
इस अभियान में पांच जेसीबी और चार पोकलेन मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, साथ ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) एलएन गर्ग ने बताया कि बेगमबाग क्षेत्र में लीज नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान दो होटल, रेस्टोरेंट और 11 मकान तथा दुकानें ध्वस्त की जा रही हैं।
बेगमबाग क्षेत्र मुस्लिम बहुल है और यह कार्रवाई पिछले तीन महीनों में चौथी बार की जा रही है। कुल 28 संपत्तियों की पहचान की गई है, जिनमें 60 से अधिक निर्माण शामिल हैं। उज्जैन विकास प्राधिकरण ने लीज पर भूखंड दिए थे, लेकिन कई लोगों ने लीज का नवीनीकरण नहीं कराया और कुछ ने अपनी संपत्तियों को अवैध रूप से बेच दिया।
कई भूखंड मालिकों ने प्राधिकरण से नोटिस मिलने के बाद न्यायालय का सहारा लिया है। न्यायालय के निर्देशों के अनुसार ही कार्रवाई की जा रही है।
उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ का आयोजन होने वाला है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। प्रशासन इस आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कर रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। अतिक्रमण को हटाने का कार्य जारी है, जिससे आवागमन में कोई बाधा न आए। इसके साथ ही क्षिप्रा नदी के घाटों का निर्माण भी किया जा रहा है।