उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की चीन यात्रा: सैन्य परेड में भागीदारी

किम जोंग उन की चीन यात्रा का महत्व
चीन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक समाप्त होने के बाद, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपनी निजी ट्रेन से चीन पहुंचे हैं। किम जोंग उन बीजिंग में 3 सितंबर को आयोजित होने वाली सैन्य परेड में भाग लेंगे, जहां वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इन तीनों नेताओं का ध्यान अमेरिका और पश्चिमी देशों पर केंद्रित है। किम ने अपने हजारों सैनिकों को यूक्रेन में रूस के साथ लड़ाई के लिए तैनात किया है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य इसी मुद्दे पर चर्चा करना है।
किम की ट्रेन यात्रा
किम जोंग उन ने प्योंगयांग से अपनी बख्तरबंद ट्रेन से यात्रा शुरू की, जिसमें एक रेस्टोरेंट कोच भी है, जहां फ्रेंच वाइन और ताजा लॉबस्टर जैसे व्यंजन परोसे जाते हैं। सुरक्षा कारणों से, यह ट्रेन धीमी गति से चलती है।
किम की यात्रा की पारिवारिक परंपरा
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार, किम जोंग उन 1 सितंबर को प्योंगयांग से रवाना हुए और 3 सितंबर को बीजिंग में सैन्य परेड में शामिल होने के लिए पहुंचे। तस्वीरों में उन्हें एक लकड़ी की मेज पर बैठे हुए दिखाया गया है, जिसके पीछे उत्तर कोरियाई झंडा है। यह यात्रा उस समय हो रही है जब अन्य विश्व नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजिंग में एकत्रित हो रहे हैं।
ग्रीन ट्रेन का इतिहास
किम जोंग उन की हरी ट्रेन का किम परिवार से गहरा संबंध है। उनके पिता, किम जोंग-इल, अक्सर ट्रेन से यात्रा करते थे। 2002 में रूस की यात्रा के दौरान, उन्होंने ट्रेन में जीवन का अनुभव साझा किया था, जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यंजन और शराब शामिल थे। हालांकि, 2003 में परमाणु अप्रसार संधि से हटने के बाद, उत्तर कोरिया पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण जानकारी में कमी आई है।
ट्रेन की सुरक्षा विशेषताएँ
दक्षिण कोरियाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, किम जोंग उन की ट्रेन अत्यधिक बख्तरबंद है और औसतन 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है। इसमें कॉन्फ्रेंस रूम, बेडरूम और दर्शकों के लिए कमरे हैं, साथ ही सैटेलाइट फोन कनेक्शन और फ्लैट स्क्रीन टीवी भी उपलब्ध हैं। सुरक्षा बढ़ाने के लिए, ट्रेन के किसी स्टेशन पर प्रवेश करने से पहले अन्य रेलवे लाइनों की बिजली बंद कर दी जाती है।