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उत्तर प्रदेश: धर्म परिवर्तन के आरोपी छांगुर बाबा की कोठी पर बुलडोजर कार्रवाई जारी

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्म परिवर्तन के आरोपी छांगुर बाबा की कोठी पर बुलडोजर कार्रवाई का दूसरा दिन चल रहा है। प्रशासन ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए 10 बुलडोजर तैनात किए हैं। छांगुर बाबा के खिलाफ तीन नोटिस जारी किए गए थे, जिनका कोई जवाब नहीं मिला। कोठी की निर्माण प्रक्रिया में सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप भी है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
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उत्तर प्रदेश: धर्म परिवर्तन के आरोपी छांगुर बाबा की कोठी पर बुलडोजर कार्रवाई जारी

बुलडोजर कार्रवाई का दूसरा दिन


उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्म परिवर्तन के आरोप में गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की कोठी पर आज दूसरे दिन भी बुलडोजर कार्रवाई जारी है। एसडीएम राजेंद्र बहादुर ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए आज 10 बुलडोजर लगाए गए हैं। पहले पांच बुलडोजर बुलाए गए थे, लेकिन पोकलैंड नहीं मिलने के कारण और पांच बुलडोजर मंगवाए गए।


नोटिस का जवाब न मिलने पर कार्रवाई

प्रशासन ने बताया कि छांगुर को तीन नोटिस दिए गए थे, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके चलते मंगलवार सुबह उसकी कोठी के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने का कार्य शुरू किया गया। प्रशासन ने सोमवार को तीसरा नोटिस इमारत पर चस्पा किया था। उतरौला के तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति ने कहा कि छांगुर ने किसी नोटिस का उत्तर नहीं दिया।


सिंधी महिला दोस्त के नाम पर कोठी

यह कोठी नीतू से नसरीन नाम की एक सिंधी महिला के नाम पर है, जो मुंबई की निवासी है। उसने लगभग 12 करोड़ रुपये में यह घर बनवाया था। निर्माण के दौरान छांगुर ने दो बिस्वा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था। तहसील प्रशासन ने उस हिस्से को गैर-कानूनी घोषित कर दिया और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की।


मजबूत निर्माण

जब प्रशासन ने तीसरा नोटिस चस्पा किया, तब कोठी में रह रहे लोग कार्रवाई की भनक लगाकर वहां से भाग गए। यह 40 कमरों का मकान पिलरों पर बना हुआ है और काफी मजबूत है। मंगलवार शाम तक इसका आधा हिस्सा ही गिराया जा सका। बलरामपुर के जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा कि छांगुर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है और मामले में शामिल आरोपियों की जांच चल रही है।


गिरफ्तारी की जानकारी

उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्म परिवर्तन के आरोप में पिछले वर्ष अगस्त में एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में 10 लोगों को आरोपी बनाया गया था। छांगुर के बेटे महबूब और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन को इसी साल आठ अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद छांगुर और नसरीन अंडरग्राउंड हो गए थे, लेकिन वे 5 जुलाई को लखनऊ से एटीएस के हाथों पकड़े गए।