उत्तर प्रदेश में 10,827 प्राइमरी स्कूलों का मर्जर, शिक्षा पर पड़ेगा असर
उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग ने 50 से कम छात्रों वाले 10,827 प्राइमरी स्कूलों के मर्जर का निर्णय लिया है। पिछले छह वर्षों में 36,000 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की संख्या में कमी आई है। इस निर्णय का ग्रामीण शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या हो रहा है।
Aug 9, 2025, 12:08 IST
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उत्तर प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों का मर्जर
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने 50 से कम छात्रों वाले 10,827 प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज करने का निर्णय लिया है। पिछले छह वर्षों में, राज्य में 36,000 सरकारी प्राथमिक स्कूलों की संख्या में कमी आई है। इनमें से लगभग 26,000 स्कूलों को सीमित बजट में कक्षा 1 से 8 तक के संयुक्त विद्यालयों में परिवर्तित किया गया है।
वर्तमान में, प्रदेश की 13,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में उच्च प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 6-8) की अनुपस्थिति है, जिसके कारण बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है। इस विषय पर विपक्ष ने विधानसभा में सरकार को घेरने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि स्कूलों की संख्या में कमी से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।