उत्तर प्रदेश में डिविजनल कमिश्नरों के लिए चुनावी प्रशिक्षण कार्यक्रम

विशेष प्रशिक्षण का आयोजन
उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य के 18 डिविजनल कमिश्नरों के लिए एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में चुनावी मतदाता सूची के रोल ऑब्जर्वर और ग्रेजुएट तथा टीचर निर्वाचन क्षेत्रों के लिए आवश्यक संशोधनों पर गहन चर्चा की गई। SIR चुनाव नियमों और एमएलसी चुनाव निर्देशों पर विस्तृत जानकारी साझा की गई। अधिकारियों ने इन विशेष निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव की तैयारी पर जोर दिया है।
विधान परिषद चुनाव की तैयारी
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जानकारी दी कि विधान परिषद चुनाव 30 सितंबर से शुरू होंगे, जिसमें दो निर्वाचन क्षेत्रों की वोटर सूची तैयार की जा रही है। इनमें एक ग्रेजुएट और दूसरा टीचर निर्वाचन क्षेत्र शामिल है। अगले वर्ष 6 दिसंबर 2026 को ग्रेजुएट निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित पांच सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होगा, जिसके लिए चुनाव आयोजित किए जाएंगे।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी डिविजनल कमिश्नर चुनाव प्रक्रिया में सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकें और मतदाता सूची का सत्यापन और संशोधन सुचारू रूप से हो सके। साथ ही, रोल ऑफ ऑब्जर्वरों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी गई। अधिकारियों का मानना है कि यह तैयारी चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रभावी बनाने में सहायक होगी। आगामी विधान परिषद चुनाव में इस प्रशिक्षण का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा, जिससे सभी अधिकारियों को चुनाव से संबंधित नियमों और दिशा-निर्देशों की पूरी जानकारी प्राप्त होगी।