उत्तर प्रदेश में नई रेल लाइन के लिए तेजी से हो रहा भूमि अधिग्रहण

नई रेल लाइन का कार्य
UP News: उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए कई गांवों में भूमि अधिग्रहण और सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है। महाराजगंज जिले के निवासियों को जल्द ही भारतीय रेलवे की सुविधाओं का लाभ मिलने लगेगा। यह रेल लाइन जिले के 52 गांवों से होकर गुजरेगी। रेलवे विभाग इस परियोजना को शीघ्रता से पूरा करने में जुटा हुआ है। पहले चरण का कार्य पूरा होने के बाद, शेष गांवों में भूमि अधिग्रहण और अन्य कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों को सस्ते रेल यात्रा का लाभ मिलेगा।
29 गांवों में भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा
29 गांवों में कार्य पूरा
परियोजना के पहले चरण में 29 गांवों की भूमि का अधिग्रहण सफलतापूर्वक किया जा चुका है। जिन किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है, उन्हें 3,68,78,14,775 रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है। वहीं, दूसरे चरण में शामिल गांवों के किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है। जिले के लोग लंबे समय से रेलवे लाइन की मांग कर रहे थे, और अब यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। हनुमान जाता है कि जल्द ही कई क्षेत्रों को रेलवे सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
रेल रूट की लंबाई
कितना लंबा होगा रूट
घुघुली से लेकर महाराजगंज वाया आनंदनगर तक नई रेलवे लाइन बिछाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। पहले चरण के पूरा होने के बाद, रेलवे विभाग ने दूसरे चरण के सर्वेक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया है। यह नया रेलवे रूट 52.70 किलोमीटर लंबा होगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों को रेल सेवाओं के माध्यम से मजबूती मिलेगी। सिसवा, अहमवा सहित कई गांवों में 18,69,35,861 रुपए का मुआवजा भी चुका दिया गया है। भूमि अधिग्रहण और सर्वेक्षण के कार्यों के पूरा होने के बाद, पटरियों का बिछाने का कार्य आरंभ किया जाएगा।