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उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइनों का तेजी से निर्माण

उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क का विस्तार तेजी से हो रहा है, जिसमें नई रेलवे लाइनों का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार ने 240 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना में दो नए स्टेशन भी बनाए जाएंगे, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में उत्साह है। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में और अधिक जानकारी।
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उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइनों का तेजी से निर्माण

उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क का विस्तार


उत्तर प्रदेश समाचार : उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइनों के निर्माण का कार्य सरकार ने तेजी से आगे बढ़ाया है। प्रदेश में एक अतिरिक्त रेलवे लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें दो नए स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे। रेलवे नेटवर्क का विस्तार प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की कोशिशों से उत्तर प्रदेश में रेलवे का बुनियादी ढांचा तेजी से विकसित हो रहा है। अक्टूबर 2018 में 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन के निर्माण की अनुमति दी गई थी, जिसके लिए दो तहसीलों के 85 गांवों के किसानों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। 


ग्रामीण क्षेत्रों में रेल लाइन निर्माण की गति

खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन का कार्य तेजी से प्रगति पर है।

इस परियोजना में बांसी और खेसरहा में स्टेशन बनाने का टेंडर पूरा हो चुका है। वर्तमान में, रेल लाइन बिछाने और खेसरहा स्टेशन के निर्माण स्थल पर मिट्टी पटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। बतसा और भलुहा गांव के पास रेलवे लाइन बिछाने के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध है। स्थानीय ग्रामीणों में इस निर्माण कार्य को लेकर उत्साह है।


रेलवे ट्रैक का मार्ग

रेलवे ट्रैक बांसी और डुमरियागंज क्षेत्र से होकर गुजरेगा।

2018 में, खलीलाबाद से बहराइच तक 240 किमी की नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी गई थी। इस परियोजना का बजट 4940 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है, और इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नई रेल लाइन बांसी और डुमरियागंज जिलों से होकर गुजरेगी, जिसके लिए 85 गांवों के किसानों से भूमि की आवश्यकता होगी। इसमें बांसी तहसील के कई गांवों के किसानों की भूमि शामिल है। कुछ गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।


स्टेशन निर्माण की जानकारी

बांसी स्टेशन को छितौना और कोल्हुआ चकवा ग्रामसभाओं के बीच स्थापित किया जाएगा, जो गौरी गांव के निकट होगा। बतसा और पीढि़या गांव के बीच एक नया रेलवे स्टेशन भी बनाया जा रहा है। खेतों की उपलब्धता के कारण रेलवे लाइन और स्टेशन के निर्माण के लिए मिट्टी पटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। स्टेशन निर्माण स्थल और रेल लाइन बिछाने के लिए मिट्टी की ऊंचाई दस से बारह फीट तक रखी जा रही है। बत्सा, औसानगाढ़ा और भलुहा गांवों में भी बोल्डर गिराए गए हैं।