उत्तर प्रदेश में नए पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति: राजीव कृष्ण बने डीजीपी

राजीव कृष्ण की नियुक्ति से खत्म हुई अटकलें
उत्तर प्रदेश में नए पुलिस महानिदेशक (DGP) की नियुक्ति को लेकर चल रही अटकलों का अंत हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राजीव कृष्ण को राज्य का नया डीजीपी नियुक्त किया है। 1991 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण की नियुक्ति की घोषणा शनिवार की शाम को की गई, जिससे लंबे समय से चल रही अनिश्चितता समाप्त हो गई।
प्रशांत कुमार को नहीं मिला सेवा विस्तार
पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि मौजूदा डीजीपी प्रशांत कुमार, जो 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे थे, को सेवा विस्तार दिया जा सकता है। लेकिन अंततः सरकार ने यह जिम्मेदारी राजीव कृष्ण को सौंपने का निर्णय लिया। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्तियों का सिलसिला रहा है, और राजीव कृष्ण इस सूची में पांचवें कार्यवाहक डीजीपी बने हैं।
राजीव कृष्ण की सख्त और निष्पक्ष छवि
राजीव कृष्ण को पुलिस महकमे में एक सख्त लेकिन निष्पक्ष अधिकारी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने बीहड़ों में सक्रिय अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर अपनी पहचान बनाई है। वे लखनऊ में दो बार एसएसपी/डीआईजी पद पर रह चुके हैं और उनकी प्रशासनिक क्षमता की कई बार सराहना की गई है।
भर्ती घोटाले के बाद मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
2023 में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी, जिससे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके बाद, राजीव कृष्ण को पुलिस भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया और उन्हें परीक्षा दोबारा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने बिना किसी विवाद के सफलतापूर्वक परीक्षा संपन्न कराई, जिससे उनकी कार्यशैली की प्रशंसा हुई।
पत्नी भी सरकारी सेवा में
राजीव कृष्ण की पत्नी मीनाक्षी सिंह भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की अधिकारी हैं और वर्तमान में नोएडा में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं। यह जोड़ा प्रशासनिक सेवाओं में वर्षों से सक्रिय है और समर्पण की मिसाल पेश करता है।
एक साथ सेवानिवृत्त हुए कई वरिष्ठ अधिकारी
डीजीपी प्रशांत कुमार के साथ ही पांच अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी, जैसे कि डीजी कारागार पीवी रामाशास्त्री, डीजी दूरसंचार डॉ. संजय तरडे, डीआईजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन किरन यादव, डीआईजी सतर्कता अधिष्ठान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी और डीआईजी कार्मिक तेज स्वरूप सिंह भी 1 जून से सेवानिवृत्त हो गए हैं। तीन दिन पहले इन सभी अधिकारियों का विदाई समारोह भी आयोजित किया गया था।