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उत्तर प्रदेश में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश

उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक अंतरराज्यीय रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के लिए फर्जी आधार कार्ड बना रहा था। इस गिरोह ने नौ राज्यों में अपनी गतिविधियाँ फैलाई थीं और आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि गिरोह ने आधार केंद्रों से जानकारी लेकर एक विशेष एप्लिकेशन का उपयोग किया। जानें इस गिरोह की कार्यप्रणाली और इसके प्रभाव के बारे में।
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उत्तर प्रदेश में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश

फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

उत्तर प्रदेश एटीएस ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के लिए नकली आधार कार्ड बनाने वाले एक रैकेट का खुलासा किया है। यह गिरोह न केवल उत्तर प्रदेश में, बल्कि दिल्ली सहित नौ अन्य राज्यों में भी फर्जी आधार कार्ड बनाकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा था। एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


गिरोह की कार्यप्रणाली

यह अंतरराज्यीय गिरोह इलेक्ट्रॉनिक और मैनुअल तरीकों से नकली भारतीय दस्तावेज तैयार करता था। इसके बाद, ये अवैध विदेशी नागरिकों, खासकर रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों के लिए आधार कार्ड जैसे महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज बनाते थे।


फर्जी आधार कार्ड बनाने की तकनीक

एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि गिरोह ने आधार केंद्रों से बुनियादी जानकारी प्राप्त की। इसके बाद, जीपीएस और मैक नंबर को बायपास करने के लिए एक विशेष एप्लिकेशन का उपयोग किया गया। इस तकनीक से उन्होंने फर्जी ऑथराइजेशन बनाए, जो फिंगरप्रिंट और आंखों के स्कैन के लिए आवश्यक थे।


राज्यों में फैलाव

यह गिरोह कई राज्यों में अवैध तरीकों से अपात्र व्यक्तियों के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाने का कार्य कर रहा था। जिन लोगों के लिए ये नकली आधार कार्ड बनाए गए, उनमें रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक प्रमुख थे।