उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की नई तारीखें घोषित
मतदाता सूची के पुनरीक्षण में बदलाव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की तिथियों में एक बार फिर परिवर्तन किया गया है। इस संबंध में जानकारी यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा दी गई है। चुनाव आयोग के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, अब ड्राफ्ट मतदाता सूची बुधवार के बजाय 06 जनवरी को जारी की जाएगी। इसके साथ ही दावे और आपत्तियों की समय सीमा भी बढ़ा दी गई है। वर्तमान में 27 अक्टूबर तक की मतदाता सूची में कुल 15.44 करोड़ मतदाता शामिल थे, लेकिन एसआईआर के तहत 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम हटने के बाद अब 12.55 करोड़ मतदाताओं की ड्राफ्ट सूची जारी की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अर्हता तिथि 01 जनवरी 2026 के आधार पर विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथियों में संशोधन किया गया है। नई समय सारणी जारी की गई है। संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन 06 जनवरी, 2026 को होगा। इसके बाद दावे एवं आपत्तियों की अवधि 06 जनवरी से 06 फरवरी, 2026 तक निर्धारित की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि 06 जनवरी से 27 फरवरी, 2026 के बीच नोटिस चरण, गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 06 मार्च, 2026 को किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे निर्धारित समय में अपनी प्रविष्टियों की जांच कर आवश्यक सुधार, नाम जोड़ने या हटाने से संबंधित दावे और आपत्तियां समय पर दर्ज कराएं, ताकि मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाया जा सके।
