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उत्तर प्रदेश में मुहर्रम के दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम

उत्तर प्रदेश में मुहर्रम 2025 के दौरान पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी नए जुलूस मार्ग को अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सभी बड़े कार्यक्रमों में ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। जानें और क्या हैं सुरक्षा के उपाय और निर्देश।
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उत्तर प्रदेश में मुहर्रम के दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम

मुहर्रम 2025 के लिए सुरक्षा उपाय

Muharram 2025: उत्तर प्रदेश में इस वर्ष मुहर्रम (27 जून से 6 जुलाई) के अवसर पर पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाए हैं। नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी नए जुलूस मार्ग या धार्मिक परंपरा को अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे कोई भी मांग करे। इसके साथ ही सभी धार्मिक जुलूसों में हथियारों के प्रदर्शन पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है।


पुलिस अधिकारियों को निर्देश

डीजीपी ने गुरुवार को राज्य के सभी पुलिस अधिकारियों, जैसे एडीजी, कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को विस्तृत निर्देश भेजे हैं। हर थाने को यह आदेश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र के फेस्टिवल रजिस्टर की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि कोई नई परंपरा या नया मार्ग शुरू न हो।


संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी

जिन क्षेत्रों में पहले तनाव या विवाद हो चुका है, वहां पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से निरीक्षण करेंगे ताकि समय रहते तनाव को रोका जा सके। स्थानीय पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे खुद फील्ड में जाकर संवेदनशील स्थानों का दौरा करें और लोगों से बातचीत करके उनकी चिंताओं का समाधान करें।


महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान

डीजीपी ने सभी थानों को निर्देश दिया है कि जुलूस और मजलिसों के आयोजकों जैसे अंजुमन और स्थानीय समितियों से पहले से बातचीत कर लें, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्वक और समन्वय के साथ हो सके। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को ध्यान में रखते हुए खासतौर पर सुबह के समय होने वाली मजलिसों में उनकी सुरक्षा के लिए विशेष फोर्स तैनात की जाएगी। पुलिस ने 'हॉटस्पॉट' क्षेत्रों की पहचान कर ली है जहां अधिक भीड़ होती है।


ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी

सभी बड़े कार्यक्रमों में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही वीडियोग्राफी भी अनिवार्य रूप से की जाएगी ताकि किसी भी गड़बड़ी की जानकारी रिकॉर्ड हो सके। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजार और धार्मिक स्थलों पर बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और आतंक रोधी टीम को अलर्ट पर रखा गया है। ट्रैफिक को किसी भी हाल में बाधित नहीं होने दिया जाएगा। सभी बैरियर पर संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग की जाएगी।


सोशल मीडिया पर नजर

डीजीपी ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, और एक्स (Twitter) पर निगरानी रखी जाएगी। किसी भी भड़काऊ या अफवाह फैलाने वाले पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय खुफिया इकाइयों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने के आदेश दिए गए हैं।


दंगा नियंत्रण की तैयारी

राज्य के सभी जिलों और कमिश्नरेट में भीड़ नियंत्रण के लिए हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर और अन्य सुरक्षा उपकरण पहले से उपलब्ध कराए जाएंगे। आवश्यक स्थानों पर रिजर्व फोर्स भी तैनात रहेगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।