उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला: बारिश और आंधी का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव
इस बार उत्तर प्रदेश में मई का महीना तपती गर्मी के बजाय बारिश और आंधी-तूफान लेकर आया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में प्रदेशभर में मौसम में बदलाव की चेतावनी जारी की है। 30 मई से 4 जून के बीच यूपी के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की संभावना है। इसके साथ ही कई स्थानों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
दक्षिणी यूपी में बारिश का असर
गुरुवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में बारिश हुई, जिससे मौसम में अचानक बदलाव आया। कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा, लेकिन बारिश और हवाएं गर्मी से राहत जरूर देंगी।
इन जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का खतरा
30 मई को संभावित बारिश
30 मई को सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर में झमाझम बारिश की संभावना है। वहीं, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, संभल, बदायूं, नोएडा, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, बुलंदशहर, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, मीरजापुर, भदोही और सोनभद्र में गरज-चमक के साथ तेज हवाओं और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
विशेष चेतावनी जारी
इन जिलों में आंधी-तूफान का खतरा
मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर और देवरिया में तेज आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
बारिश का दौर कब तक चलेगा?
1 जून से बारिश में कमी
मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से बारिश की तीव्रता में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन 4 जून तक रुक-रुक कर बारिश और आंधी-तूफान का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले में न जाएं, बिजली गिरने से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहें और पेड़ों या खंभों के नीचे खड़े न हों।