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उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा और विकास की नई पहल

उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा और विकास की नई पहल के तहत, दो लेन की सड़कों को चौड़ा किया जाएगा और चौराहों का कायाकल्प किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना और पैदल यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना है। 10 मीटर चौड़ी सड़कों के निर्माण के साथ, 28,830 चौराहों की मरम्मत भी की जाएगी। जानें इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में और कैसे यह राज्य में सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाएगी।
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उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा और विकास की नई पहल

सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास


उत्तर प्रदेश समाचार: उत्तर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे सड़क नेटवर्क में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राज्य में दो लेन वाली सड़कों को चौड़ा करने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही, चौराहों का भी कायाकल्प किया जाएगा। आने वाले समय में, इन सड़कों की चौड़ाई 10 मीटर तक बढ़ाई जाएगी। सड़क सुरक्षा योजना के तहत चौराहों की स्थिति में सुधार किया जाएगा, जिससे पैदल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।


10 मीटर चौड़ी सड़कों का निर्माण

10 मीटर चौड़ी सड़कें होंगी

उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा दो लेन वाली सड़कों का निर्माण किया जाएगा, जो कम से कम 10 मीटर चौड़ी होंगी और इनमें पेव्ड शोल्डर भी होंगे। इस परियोजना की लागत लगभग 748 करोड़ रुपये अनुमानित है। 50 किलोमीटर से अधिक दूरी पर ट्रक ले-बाई का निर्माण किया जाएगा, जिससे यातायात में सुधार होगा। कुल 102 ट्रक ले-बाई का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, जो 8,887.88 किमी लंबाई पर फैला होगा।


पटरियों की चौड़ाई

पटरियां लगभग डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़ी होंगी

नियमों के अनुसार, पेव्ड शोल्डर के तहत सड़क की पटरियों को 1.5 मीटर चौड़ाई में पक्का किया जाएगा। इससे इन मार्गों पर वाहन चलाना आसान हो जाएगा और पैदल यात्रियों तथा साइकिल चालकों की सुरक्षा में सुधार होगा। पेव्ड शोल्डर सड़क के किनारे का पक्का किया हुआ क्षेत्र है, जो आपातकालीन ब्रेकडाउन के समय उपयोगी होता है।


चौराहों का विकास

चौराहों का विकास

सड़क सुरक्षा योजना के अंतर्गत 28,830 चौराहों की मरम्मत की जाएगी। पेव्ड शोल्डर का काम पूरा होने पर, दो लेन वाली सड़कों को कम से कम 10 मीटर तक पक्की किया जाएगा। यदि राज्य मार्ग पर वाहनों की संख्या अधिक होती है, तो उसे चार लेन में परिवर्तित किया जाएगा। विभाग ने बताया कि 748 करोड़ रुपये की लागत से 895 सड़कों को चौड़ा करने की योजना है।


सड़क चिह्नन

सभी रास्ते चिह्नित हैं

राज्य में सभी सड़कों को चिह्नित किया गया है, जहां वाहनों की गति निर्माण के दौरान निर्धारित गति से कम है। इन मार्गों पर यातायात सुगम और सुरक्षित होगा, जिससे गति में भी वृद्धि होगी। इन प्रयासों से राज्य में सड़क सुरक्षा और यातायात सुधार की प्रक्रिया को गति मिलेगी। प्रदेश के सभी 1,435 ब्लैक स्पॉट्स को पहले से ही चिह्नित किया गया है और जोखिम वाले क्षेत्रों में सुधार किया जा रहा है।