उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र 2025: 24 घंटे की कार्यवाही और 'विजन डॉक्यूमेंट' की चर्चा

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र 2025
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र 2025: आज से उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है, जो चार दिनों तक चलेगा। इस सत्र की एक विशेषता यह है कि पहली बार विधानसभा की कार्यवाही लगातार 24 घंटे तक चलेगी। इस ऐतिहासिक पहल के तहत सभी विभागों के मंत्री अपने-अपने विजन डॉक्यूमेंट सदन में प्रस्तुत करेंगे, जो राज्य के भविष्य की दिशा निर्धारित करने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेज होंगे। सत्र की शुरुआत से पहले रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सभी दलों के नेताओं से अनुरोध किया गया कि सत्र को शांतिपूर्ण और मर्यादित तरीके से चलाया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, 'संसदीय व्यवस्था में खुला संवाद और रचनात्मक चर्चा लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा तकनीकी नवाचारों के कारण देशभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। यह पहली बार है जब किसी विधानसभा में 'विजन डॉक्यूमेंट' पर इतनी विस्तृत चर्चा होने जा रही है। यह किसी एक दल का एजेंडा नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश के भविष्य का रोडमैप है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जनहित से जुड़े मुद्दों पर सार्थक बहस आवश्यक है और राज्य के समग्र विकास के लिए सभी दलों के सुझावों का स्वागत किया जाएगा।
'विजन डॉक्यूमेंट' पर चर्चा
'विजन डॉक्यूमेंट' पर विशेष ध्यान: विधानसभा के इस मॉनसून सत्र का सबसे महत्वपूर्ण दिन 13 अगस्त होगा, जब दोनों सदनों में 'विजन डॉक्यूमेंट' पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत 2047' के लक्ष्य से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, 'अब तक सदस्य अपने-अपने क्षेत्रों की बात करते थे, लेकिन इस बार चर्चा पूरे राज्य के भविष्य को दिशा देगी।'
विपक्ष की भूमिका
विपक्ष की भूमिका: विपक्ष ने भी सत्र के लिए सहयोग का आश्वासन दिया है। विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे ने राज्य के विकास को प्राथमिकता देते हुए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। वहीं, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने मांग की कि 'विजन डॉक्यूमेंट' पर लंबी और गंभीर चर्चा होनी चाहिए, ताकि अधिक से अधिक सुझाव सामने आ सकें। हालांकि, स्कूलों के विलय और बिजली के निजीकरण जैसे मुद्दों पर विपक्ष की ओर से हंगामे की संभावना भी जताई जा रही है।
लोकतंत्र की नई मिसाल
लोकतंत्र की नई मिसाल: इस सत्र में सबसे अनोखी बात यह है कि एक दिन विधानसभा की कार्यवाही लगातार 24 घंटे चलेगी। इस दौरान सभी मंत्री अपने-अपने विभागों की भविष्य की योजनाएं विजन डॉक्यूमेंट के रूप में पेश करेंगे। इससे न केवल कार्य प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि जनता के प्रति सरकार की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।