उत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट: बाढ़ और लैंडस्लाइड का खतरा

उत्तर भारत में बारिश की स्थिति
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस आपदा के कारण कई लोगों की जानें गई हैं और कई परिवारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटों में उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने का मध्यम से उच्च जोखिम है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में भारी बारिश की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बाढ़ का खतरा
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अनंतनाग, डोडा, कठुआ, किस्तवार, कुलगाम, पंच, रामबन, रियासी और उधमपुर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। हिमाचल प्रदेश के लिए भी चेतावनी दी गई है, जिसमें चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहुल-स्पीति, मंडी, शिमला और सिरमौर शामिल हैं। लोगों को नालियों, पुलों और गिरी हुई बिजली लाइनों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
उत्तराखंड में बारिश की स्थिति
उत्तराखंड में 3 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, उधम सिंह नगर, चंपावत, टिहरी गढ़वाल, बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में मूसलाधार बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे बेवजह घर से बाहर न निकलें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जिले के लक्सर और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया है।