उत्तर भारत में मानसून का कहर: अमरनाथ यात्रा एक सप्ताह पहले समाप्त

उत्तर भारत में मानसून का कहर
उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मानसून ने तबाही मचाई हुई है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। पवित्र अमरनाथ यात्रा को कई सड़कों के टूटने के कारण एक सप्ताह पहले समाप्त करना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश में मृतकों की संख्या 100 से अधिक
हिमाचल प्रदेश में मानसून के कारण भूस्खलन और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 100 से अधिक हो गई है। राज्य में 387 सड़कों को बंद कर दिया गया है, जिनमें से 187 सड़कों का नुकसान मंडी जिले में हुआ है। इसके अलावा, लगभग 250 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं और 747 विद्युत ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा है।
अमरनाथ यात्रा में 4.10 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अमरनाथ यात्रा को समय से पहले समाप्त करने का निर्णय लिया गया। इस वर्ष 4.10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए।
यात्रा का समापन रक्षा बंधन के दिन होना था
अनेक स्थानों पर मार्ग बाधित होने के कारण यात्रा को पहले ही स्थगित करने का निर्णय लिया गया था। स्थिति और गंभीर होने पर यात्रा को पूरी तरह रद कर दिया गया। यह यात्रा रक्षा बंधन के दिन, 9 अगस्त को समाप्त होने वाली थी।
पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सेना तैनात
पंजाब और हरियाणा में लगातार बारिश जारी है, लेकिन हरियाणा में जलभराव की स्थिति नहीं है। वहीं, पंजाब के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ के हालात हैं, जहां सेना राहत कार्य में जुटी हुई है। राजस्थान के धौलपुर में भी सेना तैनात की गई है। मध्य प्रदेश के गुना में भी सेना ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान की है।