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उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदला: तेज बारिश और बाढ़ का खतरा

उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने अचानक करवट ली है, जिससे तेज बारिश और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, और अन्य राज्यों में मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। झारखंड में डैमों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा है, जबकि बिहार में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जानें इन राज्यों में क्या स्थिति है और प्रशासन किस प्रकार की तैयारियों में जुटा है।
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उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदला: तेज बारिश और बाढ़ का खतरा

उत्तर भारत में मौसम में बदलाव

उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में मौसम ने अचानक परिवर्तन किया है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 23 घंटों में तेज बारिश, आंधी और बादल फटने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में भारी मौसमी गतिविधियों की चेतावनी दी है।


महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश की चेतावनी

महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्सों में भी तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भी अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर वर्षा जारी रहेगी। मंगलवार सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।


झारखंड में जलस्तर में वृद्धि

झारखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए, डीवीसी ने केंद्रीय जल आयोग के निर्देश पर बंगाल के लिए दोनों डैम से लगभग 17.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा। इससे पश्चिम बंगाल के कई निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। डैमों से छोड़े गए पानी की निगरानी के लिए केंद्रीय जल आयोग और डीवीसी की टीमें सतर्क हैं।


बिहार में बाढ़ की स्थिति

बिहार में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। गंगा और बूढ़ी गंडक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खगड़िया जिले के कई क्षेत्रों में पानी खेतों तक पहुंच गया है, जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है। मंगलवार सुबह गंगा का जलस्तर खारा धार के पास 34.50 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर भी 36.82 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।


बाढ़ के खतरे के प्रति प्रशासन की तैयारी

तेज बारिश और बढ़ते जलस्तर के कारण बांधों और तटबंधों को नुकसान पहुंचा है। संबंधित विभाग इन संरचनाओं की मरम्मत में जुटे हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है और प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।