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उत्तर भारत में मौसम का मिजाज: बाढ़ और बारिश की चेतावनी

अगस्त की शुरुआत में उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम ने करवट ली है, जिससे बाढ़ और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और राजस्थान जैसे राज्यों में जलस्तर में खतरनाक वृद्धि हो रही है। जानें किस क्षेत्र में क्या स्थिति है और राहत कार्यों की जानकारी।
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उत्तर भारत में मौसम का मिजाज: बाढ़ और बारिश की चेतावनी

मौसम में बदलाव और बाढ़ की स्थिति

अगस्त की शुरुआत होते ही उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में मौसम ने अपना रंग बदल लिया है। भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में आंधी, तेज बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। कई नदियों के जलस्तर में खतरनाक वृद्धि हो रही है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है.


दिल्ली में बारिश की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री रहने का अनुमान है। अगस्त के पहले सप्ताह में तेज बारिश की संभावना कम है, लेकिन रुक-रुककर हल्की बारिश जारी रह सकती है.


मध्य प्रदेश में बाढ़ की स्थिति

मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ का संकट गहरा रहा है। राजस्थान के कोटा बराज और डैम से छोड़े गए पानी के कारण चंबल नदी खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बह रही है। श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के कई गांवों में सेना और SDRF राहत कार्यों में जुटी हुई है। बड़ौदा में 2021 जैसी भीषण बाढ़ की स्थिति फिर से बन गई है। धार जिले में सरदार सरोवर बांध के बैकवाटर से नर्मदा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है.


राजस्थान में चंबल नदी का उफान

राजस्थान में भारी बारिश के कारण चंबल और पार्वती नदियों में उफान आ गया है। धौलपुर में चंबल नदी 12 मीटर ऊपर बह रही है, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। धौलपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, करौली और टोंक जिलों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सेना और NDRF की टीमें तैनात की गई हैं। जयपुर, बीकानेर और भरतपुर में भी अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है.


हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा

हिमाचल प्रदेश के मनाली में ब्यास नदी का पानी घरों और दुकानों तक पहुंच गया है। मनाली-लेह मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। कांगड़ा, मंडी, शिमला, कुल्लू और सिरमौर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। उत्तराखंड में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा दो दिन से स्थगित है। मुनकटिया के पास हाईवे क्षतिग्रस्त हो गया है। SDRF ने अब तक 1100 यात्रियों को सुरक्षित निकाला है.


उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने 1 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें सहारनपुर, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर जैसे इलाके शामिल हैं। लगातार बारिश और जलभराव से जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है.