उत्तर भारत में सर्दी का कहर: ठंड और कोहरे का बढ़ता प्रभाव
सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है
नई दिल्ली: दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में उत्तर भारत में ठंड का प्रभाव और भी बढ़ गया है। दिल्ली सहित मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में सर्द हवाएं चल रही हैं। सुबह और देर रात को कोहरे की चादर ने सड़कों को ढक लिया है, जिससे आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। कई राज्यों में शीत लहर के साथ बारिश और बर्फबारी की चेतावनी ने प्रशासन और नागरिकों की चिंता को बढ़ा दिया है।
दिल्ली में मौसम की स्थिति
दिल्ली और एनसीआर में 17 से 20 दिसंबर के बीच हल्का से मध्यम कोहरा छाया रह सकता है। अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री और न्यूनतम 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। सुबह के समय दृश्यता में कमी के कारण सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है। हवाओं की गति कम होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्तर तक पहुंच सकता है।
उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रभाव
उत्तर प्रदेश में घने कोहरे और शीत दिवस का प्रभाव स्पष्ट है। पश्चिमी और पूर्वी दोनों क्षेत्रों में अत्यधिक घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, लखीमपुर खीरी और आसपास के जिलों में शीत दिवस के लिए रेड अलर्ट है। सुबह के समय सड़कों पर चलना जोखिम भरा हो सकता है।
उत्तराखंड में कोहरा और बर्फबारी
उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हरिद्वार और उधम सिंह नगर में सुबह के समय दृश्यता बहुत कम रह सकती है। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ेगी और पहाड़ी सड़कों पर फिसलन का खतरा बना रहेगा।
बिहार और झारखंड में मौसम में बदलाव
बिहार में शीत लहर और कोहरे के साथ पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखा जा रहा है। ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान तेजी से गिर रहा है। झारखंड में भी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण ठंड बढ़ी है। रांची में सुबह मध्यम कोहरा छाने के बाद मौसम साफ हो सकता है, जबकि तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
