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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर: जानें क्या है स्थिति

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मानसून ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। उत्तरकाशी में एक क्लाउडबर्स्ट ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई है। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है और स्थानीय निवासियों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में और भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर: जानें क्या है स्थिति

मानसून का विकराल रूप

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मानसून ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ी क्षेत्रों को प्रभावित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी दिनों के लिए भारी से अत्यधिक वर्षा का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है।


बाढ़ और भूस्खलन का खतरा

बारिश के चलते नदियों और जलधाराओं का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। इसका प्रभाव निचले इलाकों और पर्वतीय क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है, जहां क्लाउडबर्स्ट, फ्लैश फ्लड, भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने की घटनाएं बढ़ गई हैं। कई स्थानों पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।


उत्तरकाशी में क्लाउडबर्स्ट से तबाही

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली गांव में मंगलवार को एक भीषण क्लाउडबर्स्ट हुआ। इस घटना में बाढ़ और मलबा गांव में घुस आया, जिससे भारी तबाही मच गई। इस हादसे में कम से कम 5 लोगों की जान चली गई है, जबकि कई अन्य अब भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।


भारी बारिश की चेतावनी

उत्तराखंड में 6 से 12 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है। 6 अगस्त को सभी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका है। 7 अगस्त को देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल में मौसम बिगड़ने की संभावना है।


हिमाचल प्रदेश में भी बारिश का सिलसिला

हिमाचल प्रदेश में अगले पांच दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना है। 6, 9 और 10 अगस्त को ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। हमीरपुर और मंडी में भी मौसम बिगड़ सकता है।


प्रशासन की तैयारियां

स्थिति को देखते हुए दोनों राज्यों के प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा राहत टीमें तैनात कर दी हैं। नदी किनारे और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।


चुनौतियों का सामना

आने वाले कुछ दिन उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार, लगातार बारिश का दौर जारी रहेगा, जिससे भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं बढ़ सकती हैं। प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है, लेकिन जनता को भी सजग रहने की आवश्यकता है।