उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि: फर्जी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई

ऑपरेशन कालनेमि का परिचय
ऑपरेशन कालनेमि क्या है?: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए देशभर से श्रद्धालु आ रहे हैं। हालाँकि, हाल की बारिशों के कारण यात्रा कुछ समय के लिए रोक दी गई थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया गया है। इस बीच, राज्य में कुछ फर्जी बाबाओं द्वारा श्रद्धालुओं को ठगने की घटनाएँ बढ़ गई हैं। इन समस्याओं से निपटने के लिए राज्य सरकार ने ऑपरेशन कालनेमि की शुरुआत की है।
ऑपरेशन कालनेमि की जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फेसबुक पर इस ऑपरेशन के शुरू होने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को ठगने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
देवभूमि उत्तराखंड में सनातन धर्म की आड़ में लोगों को ठगने और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले छद्म भेषधारियों के खिलाफ…
Posted by Pushkar Singh Dhami on Thursday, July 10, 2025
समाज में सक्रिय कालनेमि असुर
आज के कालनेमि असुर: रामायण में असुर कालनेमि ने साधु का रूप धारण कर भगवान हनुमान को भ्रमित करने का प्रयास किया था। इसी तरह, आज भी समाज में कई ऐसे कालनेमि असुर सक्रिय हैं, जो धार्मिक बाबाओं का भेष धारण कर अपराध कर रहे हैं। उत्तराखंड में आस्था के नाम पर पाखंड फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
कड़ी कार्रवाई की जाएगी
हाल के दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां असामाजिक तत्व साधु-संतों के रूप में लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। इन फर्जी साधु-संतों का शिकार ज्यादातर महिलाएं होती हैं। इससे न केवल लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और सनातन परंपरा की छवि को भी नुकसान पहुँच रहा है। यदि कोई भी धर्म का व्यक्ति ऐसा कार्य करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।