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उत्तराखंड में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित, स्कूल बंद

उत्तराखंड में पिछले रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के करीब पहुंच गया है, जिससे स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक की। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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उत्तराखंड में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित, स्कूल बंद

उत्तराखंड में बारिश का कहर

उत्तराखंड में बारिश: पिछले रात से शुरू हुई तेज बारिश ने उत्तराखंड में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। हरिद्वार, टिहरी, चंपावत, पौड़ी गढ़वाल और उधम सिंह नगर के जिलाधिकारियों ने मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए 5 अगस्त को कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का निर्णय लिया है।


उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि भारत मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने 4 से 10 अगस्त तक भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है। "ऐसे में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने की पूरी आशंका है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है," आदेश में उल्लेख किया गया। यदि कोई स्कूल इन निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।



गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब


हरिद्वार में लगातार बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार दोपहर तक गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से केवल 0.10 मीटर नीचे था। इसके अलावा, भारी बारिश ने हरिद्वार शहर को जलमग्न कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश ने नदियों और नालों को उफान पर ला दिया है, जिससे आपदा जैसे हालात बन गए हैं।



देहरादून में बारिश का तांडव


राजधानी देहरादून भी बारिश के कहर से अछूता नहीं रहा। टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली नदी उफान पर है, और अन्य बरसाती नाले भी खतरे के निशान को पार कर चुके हैं। बारिश के कारण शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में हैं और लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने की आपात बैठक


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को ग्राउंड जीरो पर उतरकर व्यवस्था संभालने के निर्देश दिए। "हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। जनता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है," मुख्यमंत्री ने कहा।


भूस्खलन से बंद हुईं सड़कें भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे 111 सड़कें बंद हो चुकी हैं। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, सड़कों को खोलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से बचें।