उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित

आपात लैंडिंग की घटना
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी में शनिवार (7 जून) को एक निजी हेलीकॉप्टर ने तकनीकी खराबी के कारण सड़क पर आपात लैंडिंग की। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अनुसार, केस्ट्रेल एविएशन का AW119 हेलीकॉप्टर दोपहर 12:52 बजे बड़ासु हेलीपैड से उड़ान भरने के बाद तकनीकी समस्या के चलते मुख्य सड़क पर उतर गया। सभी पांच यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन पायलट को पीठ दर्द की वजह से अस्पताल में जांच के लिए भेजा गया है.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, डीजीसीए ने कहा, “केस्ट्रेल एविएशन का AW119 (रजि. VT-RNK) हेलीकॉप्टर, जिसे कैप्टन आरपीएस सोढ़ी चला रहे थे, ने गुप्तकाशी में भरासु हेलीपैड के पास सड़क पर आपात लैंडिंग की।” बयान में यह भी बताया गया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद पायलट ने कलेक्टिव कंट्रोल में समस्या की सूचना दी, जिसके बाद उन्होंने सड़क पर नियंत्रित लैंडिंग की.
घटना का विस्तृत विवरण
VIDEO | Uttarakhand: A private helicopter made an emergency landing on a road in Rudraprayag. The helicopter’s tail section fell onto a car. All passengers of the helicopter are safe. The pilot sustained minor injuries. Further details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 7, 2025
(Source: Third Party)
(Full… pic.twitter.com/4tHLwktald
क्या है पूरा मामला?
उत्तराखंड एडीजी कानून व्यवस्था डॉ. वी. मुरुगेशन ने बताया कि सिरसी से यात्रियों को लेकर उड़ान भर रहे क्रेस्टल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के हेलीकॉप्टर ने एहतियातन सड़क पर लैंडिंग की। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, और डीजीसीए को इस घटना की जानकारी दे दी गई है. शटल का बाकी संचालन सामान्य रूप से चल रहा है.
पिछली दुर्घटना का संदर्भ
हालिया हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी 6 की मौत
यह घटना तब हुई जब कुछ दिन पहले उत्तराखंड के गंगानी क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में छह लोगों की जान चली गई थी। उस हादसे में यमुनोत्री धाम से लौट रहा एक निजी हेलीकॉप्टर 200 से 250 मीटर गहरी खाई में गिर गया था, जिसमें पायलट सहित सभी छह यात्रियों की मौत हो गई थी.
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यमुनोत्री हादसे की जांच के आदेश दिए थे और अधिकारियों को घायलों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए थे। दुर्घटना के बाद केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं कुछ समय के लिए रोक दी गई थीं, लेकिन बाद में इन्हें बहाल कर दिया गया। आज की घटना ने एक बार फिर हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, लेकिन सभी यात्रियों की सुरक्षा ने राहत प्रदान की है.