Newzfatafatlogo

उत्तराखंड सरकार के प्रोजेक्ट से आचार्य बालकृष्ण की कंपनी को मिला बड़ा लाभ

उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा George Everest Park प्रोजेक्ट के टेंडर के बाद आचार्य बालकृष्ण की कंपनी का टर्नओवर आठ गुना बढ़ गया है। इस प्रोजेक्ट ने न केवल कंपनी की किस्मत बदली है, बल्कि पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि की है। जानें इस प्रोजेक्ट के पीछे की कहानी और कंपनी के लाभ के बारे में।
 | 
उत्तराखंड सरकार के प्रोजेक्ट से आचार्य बालकृष्ण की कंपनी को मिला बड़ा लाभ

आचार्य बालकृष्ण की कंपनी का टर्नओवर बढ़ा

नई दिल्ली। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने जब से George Everest Park प्रोजेक्ट का टेंडर Rajas Aerosports and Adventures को सौंपा है, तब से आचार्य बालकृष्ण की कंपनी की किस्मत में बड़ा बदलाव आया है। इंडियन एक्सप्रेस की एक जांच में यह बात सामने आई है कि कंपनी का वार्षिक टर्नओवर लगभग आठ गुना बढ़ गया है। 2023-24 में यह आंकड़ा 1.17 करोड़ से बढ़कर 9.82 करोड़ हो गया है। इस दौरान कंपनी को 2.35 करोड़ का नुकसान हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में चार गुना अधिक है।


George Everest Park प्रोजेक्ट के पुनर्विकास के बाद यहां 2.2 लाख पर्यटक आए हैं, और अब तक 3402 हेलीकॉप्टर सेवाएं ली जा चुकी हैं। पार्किंग शुल्क भी कंपनी के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। वर्तमान में, दो पहिया वाहनों के लिए चार घंटे का शुल्क 100 रुपये और चार पहिया वाहनों के लिए 200 रुपये है। यदि कोई अपनी गाड़ी को म्यूजियम तक ले जाना चाहता है, तो चार घंटे के लिए 1000 रुपये और हर अतिरिक्त घंटे के लिए 200 रुपये चार्ज किए जा रहे हैं।


बच्चों के लिए 12 साल तक की उम्र के लिए 100 रुपये का प्रवेश शुल्क रखा गया है, जबकि वयस्कों से 200 रुपये लिए जा रहे हैं। एयर सफारी के लिए 5000 रुपये से लेकर 7999 रुपये तक चार्ज किया जा रहा है, और यदि कोई 50 से 60 मिनट का हिमालयन अभियान करना चाहता है, तो उसका खर्च 30999 रुपये होगा। चार्टर्ड हेलिकॉप्टर से यात्रा करने पर खर्च 1.84 लाख रुपये होगा। इस प्रकार, विकास के साथ-साथ Rajas Aerosports को भी काफी लाभ हुआ है।


पिछले साल दिसंबर में, कंपनी ने अपने ऑपरेशन्स को बढ़ाने के लिए पर्यटन विभाग को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने George Everest का विकास स्विजरलैंड की तर्ज पर करने की योजना बनाई थी। इसके लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक की आवश्यकता थी। इस साल फरवरी में, पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अमित लोहानी ने कंपनी से इस संबंध में एक ब्लूप्रिंट मांगा था। इस प्रकार, उत्तराखंड सरकार की पहल ने इस कंपनी को लाभ पहुंचाया है, लेकिन इसके साथ एक विवाद भी जुड़ा हुआ है।


इंडियन एक्सप्रेस की जांच में यह भी सामने आया है कि इस कंपनी के एक प्रमुख शेयरधारक आचार्य बालकृष्ण स्वयं हैं। यह जानकर आश्चर्य होता है कि जब George Everest Park प्रोजेक्ट के लिए टेंडर आमंत्रित किया गया था, तब तीन कंपनियों ने भाग लिया था, जिनमें से सभी में बालकृष्ण की हिस्सेदारी थी। जिस Rajas Aerosports and Adventures को टेंडर मिला, उसमें बालकृष्ण की हिस्सेदारी 69.43 प्रतिशत थी।