उन्नाव रेप मामले में प्रदर्शन: पीड़ित और समर्थकों के बीच झड़प
सेंगर के समर्थन में प्रदर्शन
दिल्ली के जंतर-मंतर पर उन्नाव रेप पीड़ित और कुलदीप सेंगर के समर्थकों के बीच रविवार को झड़प हो गई। सेंगर के समर्थन में 'पुरुष आयोग' नामक संगठन के लोग वहां पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। जब पीड़ित पक्ष की योगिता भयाना ने इसका विरोध किया, तो दोनों पक्षों के बीच तीखी नारेबाजी और झड़प हुई। सेंगर के समर्थकों के हाथों में सेंगर का बैनर था। पीड़ित ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों और गवाहों की सुरक्षा हटा दी गई है।
पीड़िता की तबीयत बिगड़ी
धरने पर बैठी उन्नाव रेप पीड़िता की तबीयत अचानक खराब हो गई। योगिता भयाना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि लगातार मानसिक दबाव और न्याय में देरी ने उसके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा
योगिता भयाना ने कहा कि वे चाहती हैं कि कुलदीप सेंगर के मामले में जो सुनवाई हुई है, उसे खारिज किया जाए। उन्होंने कहा कि यह बच्ची यहां आना चाहती थी, इसलिए हम उसके समर्थन में आए हैं। पीड़ित ने कहा, 'मुझे सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है कि वह न्याय देगा। मैं हर महिला की आवाज उठाने के लिए यहां हूं।'
जमानत का विरोध
दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को कुलदीप सेंगर को सशर्त जमानत दी थी, जिसके बाद से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। उसी दिन, पीड़ित, उसकी मां और योगिता भयाना ने इंडिया गेट के सामने धरना दिया। पुलिस ने आधी रात को उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया, जिसके बाद नोकझोंक हुई। अंततः तीनों को जबरन हटा दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट उन्नाव रेप केस में कुलदीप सेंगर की सजा को निलंबित करने के खिलाफ 29 दिसंबर को सुनवाई करेगा। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की याचिका इस मामले में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की गई है।
सीबीआई कार्यालय में इंतजार
शनिवार को, रेप पीड़िता ने दिल्ली में सीबीआई कार्यालय जाकर सेंगर की जमानत के खिलाफ आवेदन दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें डेढ़ घंटे इंतजार कराया गया और बाद में उनकी एप्लिकेशन ली गई।
