Newzfatafatlogo

उप राष्ट्रपति चुनाव 2025: क्या विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार होगा सी.पी. राधाकृष्णन का सामना?

भारत में उप राष्ट्रपति चुनाव 2025 की तैयारी जोरों पर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की बैठक की जानकारी दी है, जिसमें उप राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार पर चर्चा होगी। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उनकी पृष्ठभूमि को लेकर विपक्ष की प्रतिक्रियाएँ मिली-जुली रही हैं। क्या यह चुनाव सर्वसम्मति से होगा या विपक्ष कड़ा मुकाबला पेश करेगा? जानें इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में।
 | 
उप राष्ट्रपति चुनाव 2025: क्या विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार होगा सी.पी. राधाकृष्णन का सामना?

उप राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी

Vice President Election India 2025 : भारत में उप राष्ट्रपति पद के लिए राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि आज शाम कई विपक्षी दलों के नेता एक महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में उप राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की ओर से संभावित उम्मीदवार पर चर्चा की जाएगी। INDIA गठबंधन के कुछ नेताओं के बीच इस मुद्दे पर पहले भी बातचीत हो चुकी है, और अब यह संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही विपक्ष की तरफ से एक संयुक्त उम्मीदवार की घोषणा की जा सकती है।


एनडीए ने राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया

NDA ने राधाकृष्णन को बनाया उम्मीदवार
इस बीच, सत्तारूढ़ एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को बताया कि एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उप राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारा गया है। यह निर्णय एनडीए के सभी सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया। नड्डा ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विपक्ष भी राधाकृष्णन के नाम पर सहमति देगा और चुनाव सर्वसम्मति से होगा।


सी.पी. राधाकृष्णन का परिचय

कौन हैं सी.पी. राधाकृष्णन?
सी.पी. राधाकृष्णन एक अनुभवी नेता हैं जिनकी उम्र 68 वर्ष है। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से की थी। इसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय राजनीति में शामिल हुए। वह दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और बीजेपी की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं। राधाकृष्णन झारखंड के राज्यपाल और पुदुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में, वे महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। उनका RSS से जुड़ाव हमेशा चर्चा का विषय रहा है, और वे इसे गर्व के साथ स्वीकार करते हैं।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

विपक्षी दलों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
राधाकृष्णन के नाम की घोषणा के बाद विपक्ष की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही। कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर ने कहा कि राधाकृष्णन की RSS पृष्ठभूमि को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। उन्होंने बीजेपी के पूर्व नेता और वर्तमान राज्यपाल के रूप में उनकी भूमिका को स्वीकार किया, लेकिन उप राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के लिए किसी RSS पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति का चयन उन्हें उचित नहीं लगा। समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह फैसला एनडीए का नहीं, बल्कि आरएसएस का है और NDA के सहयोगी दलों को अपनी भूमिका पर विचार करना चाहिए।


शिवसेना की प्रतिक्रिया

शिवसेना (UBT) ने दी अपनी प्रतिक्रिया
उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने राधाकृष्णन के नाम को लेकर संतुलित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन एक संतुलित और अनुभवी व्यक्तित्व हैं और अगर महाराष्ट्र के राज्यपाल उप राष्ट्रपति बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि INDIA गठबंधन इस पर मिलकर निर्णय करेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश में इस समय उप राष्ट्रपति चुनाव से ज्यादा गंभीर मुद्दा "मतदाता सूची में धांधली" का है, जिस पर ध्यान देना ज़रूरी है।


उपराष्ट्रपति पद का चुनाव

उपराष्ट्रपति पद खाली, चुनाव 9 सितंबर को
यह सारा घटनाक्रम उस समय सामने आया जब मौजूदा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया है और अब इसके लिए चुनाव 9 सितंबर 2025 को होना तय हुआ है। इसी को लेकर सभी दल अपनी रणनीति बना रहे हैं.

उपराष्ट्रपति पद को लेकर सियासी हलचल 
उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की राजनीति में एक बार फिर हलचल देखने को मिल रही है। जहां एनडीए ने पहले ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, वहीं विपक्ष भी अपनी रणनीति के साथ सामने आने को तैयार है। सी.पी. राधाकृष्णन जैसे अनुभवी और विवादास्पद पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार के नाम ने चर्चा को और गरमा दिया है। अब देखना होगा कि क्या यह चुनाव सर्वसम्मति से होता है या विपक्ष कोई कड़ा मुकाबला पेश करता है.