उप्र पुलिस की तत्परता से बची एक युवक की जान
युवक ने आत्महत्या का किया प्रयास
उप्र पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मेटा के सहयोग ने एक युवक की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंबेडकरनगर जिले के इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र में एक 22 वर्षीय युवक ने बुधवार सुबह अपनी पसंद की लड़की से विवाह न होने के कारण चूहे मारने की दवा का सेवन करने का प्रयास किया। आत्महत्या के प्रयास से पहले उसने इंस्टाग्राम पर 'लास्ट डे ऑफ माय लाइफ' लिखकर एक पोस्ट साझा किया, जिसने पुलिस को सतर्क कर दिया। यह घटना सुबह लगभग पांच बजे हुई। मेटा ने तुरंत पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को अलर्ट भेजा। डीजीपी राजीव कृष्ण ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।पुलिस ने 13 मिनट के भीतर मौके पर पहुंचकर युवक का मोबाइल नंबर ट्रेस किया और उसकी लोकेशन अंबेडकरनगर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही अंबेडकरनगर पुलिस ने इब्राहिमपुर थाना पुलिस को तुरंत सूचित किया। चौंकाने वाली बात यह है कि इब्राहिमपुर पुलिस महज 13 मिनट में युवक के घर पहुंच गई। जब पुलिस वहां पहुंची, तो युवक की स्थिति गंभीर थी। पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत संभाला और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने त्वरित उपचार शुरू किया। पुलिस की यह तत्परता ही थी जिसने युवक को मौत के मुंह से बचा लिया।
राज्य मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल में भर्ती होने के बाद पुलिस ने युवक की काउंसलिंग भी की। काउंसलिंग के दौरान युवक ने बताया कि उसने अपनी पसंद की लड़की से शादी न होने के कारण यह कदम उठाया था। गहन बातचीत के बाद युवक ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी कोई भी हरकत न करने का आश्वासन दिया। हालांकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस घटना के बाद भी युवक को उसकी पसंद की लड़की नहीं मिल पाई। इस प्रकार, इस प्रयास के बावजूद, उसे 'न लड़की मिली और न ही मौत' क्योंकि पुलिस ने समय पर पहुंचकर उसे बचा लिया।
