उषा वेंस का अमेरिका में भारत से जुड़ा पहला सार्वजनिक कार्यक्रम
उषा वेंस, जो अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी हैं, यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगी। यह उनका पहला भारत से जुड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। सम्मेलन में भारत और अमेरिका के संबंधों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लटनिक और भारत के अमेरिका में राजदूत विनय क्वात्रा भी शामिल होंगे। उषा वेंस ने हाल ही में अपने परिवार के साथ भारत की यात्रा के अनुभव साझा किए, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बातचीत का उल्लेख किया गया।
Jun 3, 2025, 15:59 IST
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उषा वेंस का सम्मेलन में भाग लेना
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी, उषा वेंस, यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगी। यह अमेरिका में उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा, जो भारत से संबंधित है। भारतीय मूल की उषा वेंस सम्मेलन की शुरुआत एक इंटरव्यू से करेंगी, जिसमें भारत और अमेरिका के संबंधों पर उनके अनुभव साझा किए जाएंगे। सम्मेलन के मुख्य वक्ता कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लटनिक होंगे, जो भारत के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं। इस आयोजन में भारत के अमेरिका में राजदूत विनय क्वात्रा भी अपने विचार रखेंगे।
उषा वेंस की भारत यात्रा
उषा वेंस के लिए यह स्वतंत्र नीति और रणनीतिक मंच पर भाग लेने का पहला अवसर है। अप्रैल 2025 में उपराष्ट्रपति जेपी वेंस और उषा वेंस ने भारत का दौरा किया था, जो पिछले 12 वर्षों में किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा थी। उषा वेंस का जन्म सैन डिएगो में हुआ था और उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से हैं। हाल ही में, उन्होंने अपने परिवार के साथ भारत की यात्रा के अनुभव साझा किए, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी भरी बातचीत का जिक्र किया। इस मुलाकात ने उनके बच्चों पर गहरा प्रभाव डाला।
बच्चों के लिए खास अनुभव
वाशिंगटन डीसी में अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम में बोलते हुए, उषा वेंस ने इस यात्रा को अपने तीन बच्चों के लिए विशेष बताया। उनके बच्चे, इवान, विवेक, और मीराबेल, पहली बार भारत आए थे। उन्होंने कहा कि जब वे प्रधानमंत्री के आवास पर थे, तो उनके बेटे ने आमों की भरपूर मात्रा देखकर कहा कि वह शायद यहाँ रह सकता है। वेंस ने बताया कि उनके बच्चे इस यात्रा के बारे में बार-बार बात करते हैं। यह उनके लिए एक अद्वितीय अनुभव था, जो केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत भी था।