ऋषभ पंत की चोट ने भारतीय क्रिकेट टीम को दिया बड़ा झटका, क्या होगी उनकी वापसी?

चौथे टेस्ट में पंत को लगी गंभीर चोट
मैनचेस्टर में चल रहे चौथे टेस्ट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम को एक बड़ा झटका लगा, जब उनके स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को गंभीर चोट का सामना करना पड़ा। यह घटना भारतीय पारी के 68वें ओवर में हुई, जब पंत ने इंग्लैंड के गेंदबाज क्रिस वोक्स की फुल लेंथ गेंद पर रिवर्स स्वीप करने का प्रयास किया। दुर्भाग्यवश, उनका शॉट गलत समय पर आया और गेंद उनके दाहिने पैर के जूते पर लगी, जिससे वह तुरंत दर्द में कराह उठे।
चोट के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा
गेंद लगते ही इंग्लैंड की टीम ने एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील की, जिसे अंपायर ने खारिज कर दिया। बाद में रिप्ले में यह स्पष्ट हुआ कि गेंद बल्ले के किनारे को छू गई थी, जिससे पंत आउट होने से बच गए। लेकिन उनकी चोट की स्थिति चिंताजनक थी। वह खुद को संभाल नहीं पा रहे थे, उनका पैर सूज गया था और खून भी बहने लगा था।
फिजियो ने तुरंत मैदान पर आकर उनकी चोट का निरीक्षण किया। थोड़ी देर बाद यह स्पष्ट हो गया कि पंत खुद से चलने की स्थिति में नहीं हैं। उन्हें मैदान से बाहर ले जाने के लिए मेडिकल गाड़ी मंगवाई गई और वह दर्द में गाड़ी में बैठकर मैदान से बाहर गए।
Rishabh Pant is driven off the field of play after suffering some severe swelling on his right foot and Ravindra Jadeja walks out to the middle... 🩹 pic.twitter.com/vJlu5CABQ8
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) July 23, 2025
पंत पहले से थे चोटिल
इस मैच से पहले, पंत को लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान विकेटकीपिंग करते समय उंगली में चोट लगी थी। उस मैच में उन्होंने कीपिंग नहीं की, लेकिन बल्लेबाजी की दोनों पारियों में भाग लिया और पहली पारी में अर्धशतक भी बनाया। अब इस नई चोट के कारण उनकी स्थिति और भी गंभीर हो गई है, और उनके आगे खेलने की संभावना फिलहाल संदिग्ध है।
भारत की रणनीति पर प्रभाव
भारत इस समय सीरीज़ में 2-1 से पीछे है और इस मैच को जीतकर बराबरी करने की कोशिश कर रहा है। पंत जैसे आक्रामक खिलाड़ी का चोटिल होना टीम के लिए एक बड़ा मनोवैज्ञानिक और रणनीतिक झटका है। यदि वह नहीं खेल पाते हैं, तो टीम को विकेटकीपिंग के लिए वैकल्पिक विकल्प तलाशने होंगे और मध्यक्रम में भी मजबूती की आवश्यकता होगी।
सुदर्शन और जडेजा पर अब उम्मीद
पंत के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद रवींद्र जडेजा क्रीज़ पर आए और उन्होंने साई सुदर्शन का साथ दिया। सुदर्शन ने इस मैच में शानदार अर्धशतक लगाया और टीम को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह युवा खिलाड़ी लंबे समय बाद अंतिम एकादश में लौटे हैं और अब भारत को उनसे बड़ी पारी की उम्मीद है, खासकर जब टीम का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी घायल हो गया है।