ऋषभ पंत की बहादुरी: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में दिखाया अद्भुत जज्बा

ऋषभ पंत की अद्वितीय हिम्मत
ऋषभ पंत की खबर: मैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के खिलाफ चोटिल होने के बावजूद ऋषभ पंत ने जो साहस दिखाया, उसने न केवल भारतीय प्रशंसकों को बल्कि इंग्लिश दर्शकों को भी प्रभावित किया। दरअसल, उनके पैर में फ्रैक्चर होने के बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले दिन पंत के पैर के अंगूठे में चोट लगी थी, और बाद में यह पता चला कि उन्हें फ्रैक्चर हुआ है। उनकी इस बहादुरी की सराहना करते हुए आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कोच हेमंग बदानी ने कहा कि पंत भारत के अगले कप्तान बन सकते हैं।
क्या पंत बनेंगे भारत के अगले कप्तान?
सोनी स्पोर्ट्स पर चर्चा करते हुए, बदानी ने पंत के साहस की प्रशंसा की और कहा कि पंत ने ठान लिया है कि वह टीम इंडिया के भविष्य के कप्तान बनेंगे। उन्होंने बताया कि पंत को 6 हफ्ते आराम करने की सलाह दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मैदान पर उतरने का निर्णय लिया।
बदानी ने कहा, “आपको उस पैर से बल्लेबाज़ी करनी होती है, दौड़ना होता है। इसके बावजूद, पंत ने ऐसा खेला कि टीम को बता सके कि उन पर भरोसा किया जा सकता है। पंत कोई साधारण खिलाड़ी नहीं हैं। वह इस टीम के उप-कप्तान हैं और भविष्य में एक लीडर बनना चाहते हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी से कई बार साबित किया है कि वह एक मैच विनर हैं, लेकिन यह पल एक अलग पहचान का था, ये भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं।”
लंगड़ाते हुए पंत ने जड़ा अर्धशतक
पंत पहले दिन चोटिल हुए थे, जब वह 37 रन पर थे। दूसरे दिन, उन्हें बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान में आना पड़ा, जबकि चलने में भी उन्हें कठिनाई हो रही थी। फिर भी, उन्होंने हिम्मत दिखाई और शानदार अर्धशतक बनाया। पंत ने 54 रन बनाकर आउट हुए।