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ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में रचा इतिहास, बने पहले विकेटकीपर बल्लेबाज

भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट के पहले मैच में अद्वितीय प्रदर्शन किया है। उन्होंने हेडिंग्ले में दोनों पारियों में शतक जड़कर न केवल भारतीय क्रिकेट का मान बढ़ाया, बल्कि एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित किया। पंत अब इंग्लिश धरती पर किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इस लेख में जानें उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बारे में और कैसे उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में एक नया अध्याय जोड़ा।
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ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में रचा इतिहास, बने पहले विकेटकीपर बल्लेबाज

IND vs ENG: ऋषभ पंत का शानदार प्रदर्शन

IND vs ENG: टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के सबसे प्रमुख सितारों में से एक ऋषभ पंत हैं। इंग्लैंड में पंत ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोनों पारियों में शतक जड़कर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इंग्लिश धरती पर पंत ने एक और शतक बनाकर इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। यह उपलब्धि किसी अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा इंग्लैंड में हासिल नहीं की गई थी।


ऋषभ पंत का ऐतिहासिक शतक

ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले टेस्ट की पहली पारी में 134 रन बनाए और दूसरी पारी में 118 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इस तरह, वह इंग्लिश धरती पर किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इसके साथ ही, इंग्लैंड में किसी टेस्ट मैच में विकेटकीपर के रूप में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी अब पंत के नाम है। उन्होंने इस मैच में कुल 254 रन बनाए, जबकि पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के विकेटकीपर एलेक स्टीवर्ट के नाम था, जिन्होंने 1998 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 204 रन बनाए थे।


पंत का जादू और रिकॉर्ड

उपकप्तान पंत का हेडिंग्ले में चला जादू

ऋषभ पंत, जो दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं, इससे पहले यह कारनामा जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर ने 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था। उस समय उन्होंने 142 और 199 रनों की पारियां खेली थीं। पंत अब एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले सातवें खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले विजय हजारे, सुनील गावस्कर, विराट कोहली, राहुल द्रविड़, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा ने भी यह उपलब्धि हासिल की है। सुनील गावस्कर ने यह कारनामा तीन बार और द्रविड़ ने दो बार किया है।