एनआईए की छापेमारी: यमुनानगर में आतंकवादी और किसान के घर पर कार्रवाई

एनआईए की छापेमारी से यमुनानगर में हलचल
एनआईए की छापेमारी: यमुनानगर में आतंकवादी और किसान के घर पर कार्रवाई एनआईए ने हरियाणा के यमुनानगर जिले में एक महत्वपूर्ण छापेमारी की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को दो स्थानों पर कार्रवाई की। पहली छापेमारी खारवन गांव में 10 लाख रुपये के इनामी आतंकवादी कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू के निवास पर की गई।
दूसरी छापेमारी चंदाखेड़ी गांव में एक किसान के घर पर की गई। इन दोनों स्थानों से मोबाइल फोन बरामद किए गए। कुलबीर पर हत्या के लिए फंडिंग और खालिस्तानी आतंकियों की सहायता का आरोप है। यह कार्रवाई आतंकवादी गतिविधियों की जांच का हिस्सा है। आइए इस छापेमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कुलबीर सिंह के निवास पर एनआईए की कार्रवाई
एनआईए की टीम सुबह 10 बजे खारवन गांव पहुंची और कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू के घर पर छापेमारी की। कुलबीर के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने उसे 2018 में घर से निकाल दिया था और वह कई वर्षों से गांव नहीं आया।
एनआईए ने उनके मोबाइल फोन जब्त किए। कुलबीर पर 2024 में मोहाली में हत्या के लिए फंडिंग और दिसंबर 2024 में पीलीभीत में खालिस्तानी आतंकियों की मदद का आरोप है। उसके पिता सुखविंदर सिंह ने कहा कि वे उसे पुलिस अधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन वह 17 साल की उम्र में अरमेनिया चला गया। एनआईए ने उनसे फंडिंग के बारे में पूछताछ की।
किसान के घर पर भी एनआईए की छापेमारी
दूसरी छापेमारी व्यासपुर थाना क्षेत्र के चंदाखेड़ी गांव में किसान निर्मल सिंह के घर पर की गई। एनआईए ने उनके मोबाइल फोन की जांच की और जब्त कर लिया। निर्मल सिंह ने बताया कि उनके बेटे सोनू ने अप्रैल 2024 में अमेरिका में रहने वाले रिश्तेदारों से वीजा और दस्तावेजों के बारे में बात की थी।
बाद में सोनू का एक्सीडेंट हो गया, जिसके कारण वह विदेश नहीं जा सका। एनआईए ने इस कॉल के कनेक्शन को आतंकवादी गतिविधियों से जोड़कर जांच की। निर्मल सिंह ने कहा कि यह सामान्य बातचीत थी। एनआईए अब इन कॉल्स की गहराई से जांच कर रही है।
आतंकी नेटवर्क पर एनआईए की नजर
एनआईए की यह कार्रवाई पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में खालिस्तानी आतंकवादी नेटवर्क की जांच का हिस्सा है। कुलबीर सिंह को 2024 में पंजाब के नांगल थाने में दर्ज एक मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था। एनआईए ने पहले भी उसके घर पर छापेमारी की थी।
इस बार मोबाइल फोन जब्त कर डिजिटल सबूत जुटाए गए। पुलिस और एनआईए का कहना है कि यह जांच आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक है। सदर जगाधरी थाना प्रभारी तरसेम सिंह ने बताया कि बाहरी टीमें लगातार इस तरह की कार्रवाई कर रही हैं।
एनआईए की यह छापेमारी आतंकवादी गतिविधियों पर नकेल कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्रवाई न केवल अपराधियों को पकड़ने का प्रयास है, बल्कि समाज में सुरक्षा का विश्वास भी जगाती है।