एपल के एप स्टोर में विज्ञापनों की नई भरमार, जानें क्या है बदलाव
एपल का नया विज्ञापन मॉडल
नई दिल्ली। एपल, जो हमेशा से अपने साफ-सुथरे और प्रीमियम इंटरफेस के लिए जाना जाता है, अब एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर बढ़ रहा है। 2026 से, जब भी आप आईफोन के एप स्टोर में किसी एप की खोज करेंगे, तो आपको पहले से कहीं अधिक स्पॉन्सर्ड एप्स और विज्ञापन देखने को मिलेंगे। एपल अब उन स्थानों का उपयोग विज्ञापनों के लिए करने जा रहा है, जिन्हें पहले विज्ञापनों से मुक्त रखा गया था। यह परिवर्तन एपल की छवि को पूरी तरह से बदल सकता है, जो विज्ञापनों से दूरी बनाए रखने का दावा करता था।
इस परिवर्तन के पीछे एपल का मुख्य उद्देश्य अपनी आय को बढ़ाना है। हर महीने 80 करोड़ से अधिक लोग एप स्टोर पर आते हैं, जो इसे विज्ञापनों के लिए एक अत्यंत मूल्यवान डिजिटल स्थान बनाता है। एपल का मानना है कि 'सर्च' एप डाउनलोड का सबसे बड़ा स्रोत है, इसलिए वह डेवलपर्स को अधिक स्थान प्रदान करना चाहता है। अब विज्ञापन केवल सर्च परिणामों के शीर्ष पर नहीं, बल्कि नीचे और बीच में भी दिखाई देंगे, जिससे कंपनियों को अपनी पहुंच बढ़ाने का अधिक अवसर मिलेगा।
एपल का यह नया विज्ञापन प्रणाली नीलामी पर आधारित होगी, जिसमें एपल यह तय करेगा कि विज्ञापन कहां प्रदर्शित किए जाएंगे। विज्ञापनदाताओं से 'कॉस्ट-पर-टैप' और 'कॉस्ट-पर-इंस्टॉल' के आधार पर शुल्क लिया जाएगा। कुल मिलाकर, एपल अब अपने इकोसिस्टम को एक बड़े एड-नेटवर्क में बदलने की दिशा में अग्रसर है, जिससे भविष्य में आईफोन उपयोगकर्ताओं को एप स्टोर पर विज्ञापनों की अधिकता का सामना करना पड़ सकता है।
